चंडीगढ़: यूटी प्रशासन ने अब प्राइवेट लैब्स के लिए कोरोना टेस्ट की फीस तय कर दी है. अब चंडीगढ़ में प्राइवेट लैब में कोरोना टेस्टिंग के लिए सिर्फ दो हजार रुपये लगेंगे. सोमवार को एडवाइजर मनोज परिदा, प्रिंसिपल सेक्रेटरी हेल्थ अरुण कुमार गुप्ता और एसआरएल डायग्नोस्टिक्स लैबोरेटरी के प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई. जिसमें ये निर्णय लिया गया.
चंडीगढ़ शहर में अब कोई भी प्राइवेट लैब मरीज से कोरोना टेस्टिंग के लिए ओवरचार्जिंग नहीं कर सकेगी. देश के कई राज्यों में पहले से ही प्राइवेट लैब में कोरोना टेस्टिंग के लिए रेट तय किए जा चुके हैं. बता दें, चंडीगढ़ शहर में सिर्फ एक ही प्राइवेट लैब है, जिसे आईसीएमआर (Indian council for medical research) से कोरोना टेस्टिंग की मंजूरी है.
दिल्ली, हरियाणा के अलावा कई राज्यों में 2400 रुपये है रेट
दिल्ली, हरियाणा के अलावा देश के कई राज्यों में प्राइवेट लैब में नियम के तहत कोरोना टेस्टिंग के लिए मरीजों से 2400 रुपये वसूले जा रहे हैं, लेकिन चंडीगढ़ में पूरे देश के मुकाबले प्राइवेट लैब में कोरोना सैंपल की टेस्टिंग का सबसे कम रेट रखा गया है. अब चंडीगढ़ में कोई भी प्राइवेट लैब जिसे कोरोना सैंपल टेस्टिंग की मंजूरी है, वो 2 हजार रुपये से अधिक मरीज से चार्ज नहीं कर सकती है.
टेस्टिंग के लिए वसूले जा रहे थे 4500 रुपये
शहर में प्राइवेट लैब में कोरोना टेस्टिंग के पहले रेट तय नहीं थे. जिसके चलते शहर में कोरोना टेस्टिंग के लिए अभी तक 4500 रुपये तक वसूले जा रहे थे, लेकिन अब रेट तय हो जाने से कोरोना संक्रमित मरीजों को भी राहत मिलेगी. अभी शहर के सरकारी अस्पतालों में कोरोना टेस्टिंग कराने में 10 से 12 घंटे का समय लग जाता है.
कई बार सैंपल ज्यादा होने के कारण मरीजों की रिपोर्ट दो से तीन दिन के बाद आती है. ऐसे में अब मरीज दो हजार रुपये में शहर की प्राइवेट लैब से भी अपने सैंपल देकर कोरोना की टेस्टिंग करा सकेंगे. इससे शहर के सरकारी अस्पतालों पर टेस्टिंग का बोझ कम होगा और प्राइवेट लैब में रेट तय होने से लोगों को जल्द ही उनकी रिपोर्ट मिल जाएगी.
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