चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार को चंडीगढ़ में राज्य में दिल्ली मेट्रो रेल परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने कहा कि राज्य में पड़ने वाली सभी मेट्रो रेल परियोजनाओं का नियंत्रण हरियाणा मेट्रो रेल परिवहन निगम के अधीन लाया जाए ताकि हमें दिल्ली मेट्रो रेल निगम और आरआईटीईएस जैसी संस्थानों पर निर्भर न रहना पड़े.
बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा जिन नई मेट्रो रेल परियोजनाओं की समीक्षा की गई है-
- नरेला से कुण्डली मेट्रो कॉरिडोर जिसकी लम्बाई 4.86 किलोमीटर होगी, जिसे राजीव गांधी एजुकेशन सिटी तक विस्तारित किया जाएगा.
- गुरुग्राम और फरीदाबाद के बीच लगभग 30.38 किलोमीटर लम्बाई का मेट्रो कॉरिडोर बनेगा.
- सिटी पार्क बहादुरगढ़ से सांपला 17.10 किलोमीटर लम्बाई का मेट्रो कॉरिडोर बनेगा.
- 23.10 किलोमीटर लम्बाई का मेट्रो कॉरिडोर जो कि बाढ़सा (एम्स और राष्ट्रीय कैंसर संस्थान) और द्वारका (वाया एनपीआर) के बीच होगा.
- इसी प्रकार एसपीआर, सेक्टर-56 और वाटिका चौक के बीच 6.30 किलोमीटर लम्बाई का मेट्रो कॉरिडोर शामिल है.
बैठक में इस बात की भी जानकारी दी गई कि वर्तमान में हरियाणा में 40 किलोमीटर लम्बाई का देश का सबसे अधिक मेट्रो रेल नेटवर्क उपलब्ध है. जिसे भविष्य में दिल्ली मेट्रो रेल निगम के चौथे चरण में 75 से 80 किलोमीटर तक विस्तारित करने का प्रस्ताव है.
साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस बात की संभावनाएं तलाशने के भी निर्देश दिए कि वे हरियाणा मेट्रो रेल परिवहन निगम के माध्यम से ट्राई सिटी चंडीगढ़ में भी मेट्रो रेल परियोजना के प्रस्ताव पर कार्य करें.