चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनेाहर लाल ने बजट चर्चा के दौरान आंकड़ों का आइना दिखा विपक्ष पर पलटवार किया. इस दौरान उन्होंने शायराना अंदाज में कई बार विपक्ष को निशाने पर भी लिया. सीएम ने कहा कि ‘बहुत मुश्किल है सबको खुश रखना, चिराग जलते ही अंधेरे तो बुझ ही जाते हैं’. इस पर कांग्रेसी विधायक किरण चौधरी ने भी शायराना पलटवार किया। उन्होंने कहा कि ‘सच के बाजार में झूठ की भी मंडी है, मगर बाहर लिखा है सच बोलो’.
दरअसल, सीएम बजट चर्चा के दौरान विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दे हरे थे. सीएम मनोहर लाल ने कहा कि किसी भी सरकार का बजट आगामी एक वर्ष के साथ-साथ पिछले वर्ष की चल रही योजनाओं का लेखा-जोखा होता है.
मनोहर लाल ने कहा कि सदन के कुछ सदस्यों द्वारा प्री-बजट चर्चा के लिए बुलाई गई बैठकों को मात्र औपचारिकता बताए जाने पर उन्हें पीड़ा हुई है जबकि यह है कि दो महीने कड़ी मेहनत कर उन्होंने यह बजट तैयार किया है.
बजट अभिभाषण में हर विभाग को शामिल होना जरूरी नहीं, वित्त वर्ष 2014-15 के कांग्रेस सरकार के बजट अभिभाषण में 33 विभागों का जिक्र किया गया था, जबकि वित्त वर्ष 2020-21 के बजट अभिभाषण में 38 विभागों का जिक्र किया गया है. मुख्यमंत्री ने इस बात पर विपक्ष का संशय तत्कालीन वित्त मंत्री हरमोहिंद्र सिंह चट्ठा द्वारा प्रस्तुत किये गए वित्त वर्ष 2014-15 की प्रति दिखाकर उसमें से आंकड़ों का जिक्र करके दूर कर दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पीड़ा है कि उन्हें सदन में इधर से उधर बिठा दिया है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने सदन में आबकारी संशोधन नीति को लेकर हुई चर्चा के दौरान सामने आए विषयों पर भी कहा कि अगर सार्वजनिक स्थलों में शराब पीकर उपद्रव किया जाएगा तो इसकी छूट नहीं दी जा सकती, इसमें सख्त कदम उठाने ही होंगे. उन्होंने कहा कि इसमें कुछ प्रावधान किए गए हैं जो जरूरी भी थे.