चंडीगढ़: सुप्रीम कोर्ट ने किसान आंदोलन पर बड़ा फैसला दिया है. कोर्ट ने तीनों कृषि कानूनों के लागू होने पर अभी के लिए रोक लगा दी है. कोर्ट के फैसल पर सीएम मनोहर लाल का बयान सामने आया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल उम्मीद जता रहे हैं कि अब किसान आंदोलन को समाप्त कर देंगे.
'मैं कोर्ट के निर्णय का स्वागत करता हूं'
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये कृषि कानून देश के किसानों के हित में बनाए गए थे. बहुत सारे किसान इसके पक्ष में भी थे, लेकिन कुछ इलाकों में किसानों ने इसका विरोध किया है. किसी भी प्रकार की स्थिति को टालने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय दिया है मैं उसका स्वागत करता हूं.
'अब किसानों को धरना समाप्त करना चाहिए'
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान उस कमेटी के माध्यम से अपना पक्ष रखें. सीएम ने कहा अब गेंद सुप्रीम कोर्ट के पाले में जा चुकी है. किसानों के आंदोलन जारी रखने पर सीएम मनोहर लाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में जब इस मामले में फैसला दिया है तो किसानों के आंदोलन का कोई अर्थ नहीं बनता है और उनको धरना खत्म करना चाहिए.
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किसानों के 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड करने पर भी सीएम मनोहर लाल ने बयान दिया है. सीएम ने कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है. 26 जनवरी राष्ट्रीय पर्व है. मुझे नहीं लगता किसान ऐसा कुछ करेंगे. फिलहाल, हरियाणा के मुख्यमंत्री उम्मीद जता रहे हैं कि किसान अब अपने आंदोलन को समाप्त कर देंगे.
कृषि कानूनों पर रोक
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने कृषि कानूनों को लागू करने पर रोक लगा दी है. साथ ही किसानों के साथ बातचीत करने के लिए चार सदस्यीय एक समिति गठित की है. इस समिति में अर्थशास्त्री के अलावा किसान यूनियन नेता और इंटरनेशनल पॉलिसी हेड भी शामिल हैं.