चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को मेरा पानी-मेरी विरासत योजना को लेकर समीक्षा बैठक की. इस बैठके में हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जय प्रकाश दलाल भी में मौजूद रहे. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा पानी-मेरी विरासत योजना को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा से लिंक किया जाएगा ताकि किसानों को प्रोत्साहन राशि का लाभ बिना किसी देरी के मिल सके.
उन्होंने कहा कि ये योजना पिछले वर्ष लागू की गई थी, जिसके तहत धान के स्थान पर मक्का आदि अन्य फसलों (पानी की कम खपत वाली फसलें) की बिजाई करने वाले किसानों को 7 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से प्रोत्साहन राशि दी गई, जिसके चलते प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में किसानों ने 96 हडार एकड़ में धान की बजाय अन्य फसलों की बिजाई की.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार जल संरक्षण करने वाले किसानों को प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी जो किसान धान की फसल की बजाय अन्य फसल की बिजाई करेगा और उन्हें प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी. उन्होंने बताया कि पहले वर्ष मिले उत्साहजनक परिणामों के फलस्वरूप हरियाणा सरकार ने इस बार भी किसानों को इस योजना के तहत प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है.
इसी योजना की समीक्षा के दौरान कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो किसानों को ज्यादा से ज्यादा शिक्षित करें ताकि पानी की बचत की जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि बागवानी, सब्जी, चारा, मूंगफली, मूंग व अन्य दालें, सोयाबीन, ग्वार आदि की बिजाई के लिए किसानों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी.
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इस योजना के लाभ के लिए किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा एवं मेरा पानी-मेरी विरासत पोर्टल पर प्रति एकड़ फसल की विस्तृत जानकारी डालनी होगी. ये जानकारी अपलोड किये जाने के बाद विभाग द्वारा निर्धारित समय पर वेरीफिकेशन के बाद सम्बंधित या पात्र लाभार्थी को प्रोत्साहन राशि जारी की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने मेरा पानी-मेरी विरासत योजना की प्रोत्साहन राशि से सम्बंधित किसी भी आवेदन के सम्बंध में कोई शिकायत न आए, इसके लिए आवेदक की भरी गई डिटेल की वेरीफिकेशन समय से करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने इस योजना को सही ढंग से लागू करने के लिए मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल के साथ लिंक करने के लिए भी निर्देश दिए हैं.
हमारा किसानों की खुशहाली और उनकी आमदनी में बढ़ौतरी करना: सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य किसानों की खुशहाली और उनकी आमदनी में बढ़ौतरी करना है. मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत प्रोत्साहन राशि उन किसानों को भी दी जाएगी, जो किसान धान की फसल के समय अपने खेतों को खाली रखेंगे.
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वहीं बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा ने बताया कि फसल विविधीकरण के तहत किसानों को जागरूक करने के लिए प्रदेश को चार जोनों में बांटा गया है. प्रत्येक जोन में एक वरिष्ठ अधिकारी की किसानों को जागरूक करने की जिम्मेदारी लगाई गई है.