चंडीगढ़: गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली और हरियाणा के कुछ हिस्सों में किसानों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई. कुछ किसान तय रूट के मुताबिक ट्रैक्टर परेड में शामिल नहीं हुए और आईटीओ और लाल किले की ओर चले गए. इसी बीच प्रदर्शनकारियों के एक गुट ने लाल किले की प्राचीर पर निशान साहिब और एक किसान संगठन का झंडा फहरा दिया. अब इस पूरे घटनाक्रम पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसानों से अपील की है.
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सीएम ने कहा हरियाणा का मंत्रिमंडल आंदोलन में शामिल समूचे किसानों से विनम्र अपील करता है कि वो अब अपने घरों को लौट जाएं. मुख्यमंत्री मनोहर ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर हुई घटना निंदनीय है. लोकतंत्र में संवाद के जरिए मतभेदों को दूर करने की पर्याप्त गुंजाइश है. इन तमाम मतभेदों के बावजूद कोई भी भारतीय लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की जगह पर कोई दूसरा झंडा फहराए इसे सहन नहीं कर सकता.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटना हमारे उन स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों का अपमान है. जिन्होंने लाल किले पर तिरंगा फहराने के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया था. शहीदों ने ये आजादी इस तरह अराजकता फैलाने के लिए नहीं दिलवाई थी. धरने पर बैठे किसान संगठनों ने शांतिपूर्वक धरने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज के घटना में ये साफ हो गया है या आंदोलन अब उन किसान नेताओं के नियंत्रण से बाहर है.
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सीएम मनोहर लाल ने अपनी अपील में कहा कि हरियाणा के मंत्रिमंडल ने विशेष बैठक में विचार किया है. हरियाणा का मंत्रिमंडल आंदोलन में शामिल समूचे किसान नेताओं से विनम्र अपील करता है कि वो अब अपने घरों को लौट जाएं. इस समय यह सख्त जरूरत है कि असामाजिक तत्वों के इरादों को हम सब मिलकर विफल करें.