चंडीगढ़: आज के समय में भारतीय युवाओं में खुद का स्टार्टअप शुरू करने का जुनून साफ देखा जा सकता है, भारतीय युवा बहुत से सफल स्टार्ट अप्स की शुरुआत भी कर चुके हैं और उन्हें देखकर दूसरे युवा भी उनसे प्रेरणा ले रहे हैं. इंडस्ट्री विशेषज्ञों का भी साफ तौर पर ये मानना है कि देश में जितने ज्यादा स्टार्टअप शुरू होंगे, उतने ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और देश की अर्थव्यवस्था में भी उतना ही सुधार होगा.
विशेषज्ञ उम्मीद कर रहे हैं कि इस बजट में सरकार एक तरफ जहां इंडस्ट्रीज को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कर सकती है. वहीं स्टार्ट अप्स को बढ़ाने को लेकर भी सरकार जरूरी कदम उठा सकती है. इस मुद्दे पर हमने कनफेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के निदेशक सरबजीत सिंह विर्क से खास बातचीत की.
स्टार्टअप को लेकर CII के निदेशक से खास बातचीत
सरबजीत सिंह विर्क ने कहा कि स्टार्टअप देश का भविष्य है. भारतीय युवाओं में स्टार्टअप को लेकर काफी जुनून है, जो साफ तौर पर दिखाई देता हैय हालांकि, युवाओं को स्टार्टअप शुरू करके उसे एक इंडस्ट्री का रूप देने और उसे किस तरह फंडिंग की जाए इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन फिर भी युवा स्टार्टअप के प्रति काफी क्रेज दिखा रहे हैं.
ये भी पढ़ें- कोरोना वायरस के भारत पहुंचने का खतरा, प्रशासक ने दिए एयरपोर्ट पर हर यात्री के स्क्रीनिंग के आदेश
उन्होंने कहा की सरकार स्टार्टअप्स के बारे में सारी प्लानिंग कर चुकी है. सरकार के पास स्टार्ट अप्स को बढ़ावा देने के लिए सभी योजनाएं तैयार हैं, लेकिन जरूरत है तो उन योजनाओं को धरातल पर उतारने की और हर उस युवा तक पहुंचाने की जो खुद का स्टार्टअप शुरू करने का जुनून रखता है.
'5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था सिर्फ केंद्र के बस की बात नहीं'
सरबजीत सिंह ने कहा इस समय हम देश को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का सपना देख रहे हैं, लेकिन ये सिर्फ केंद्र सरकार के बस की बात नहीं है. इसके लिए हम सबको बराबर का सहयोग करना होगा. उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ इस समय अर्थव्यवस्था में 5 बिलियन डॉलर का योगदान दे रहा है. हमें इसे बढ़ाकर 15 बिलियन डॉलर तक करना होगा और इसी तरह देश के हर राज्य को अपने द्वारा दिए जा रहे योगदान को बढ़ाना होगा.
उन्होंने कहा कि आने वाले बजट को लेकर इंडस्ट्री सेक्टर काफी सकारात्मक है. इंडस्ट्रीयलिस्ट को ये उम्मीद है कि सरकार इंडस्ट्री के लिए कुछ अच्छी घोषणाएं कर सकती है. जिससे देश की हर छोटी बड़ी इंडस्ट्री को फायदा होगा. सरकार ये बात अच्छी तरह समझती है कि इंडस्ट्री को आगे बढ़ाकर ही देश की अर्थव्यवस्था को सुधारा जा सकता है.