चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विदेश सहयोग विभाग के अधिकारियों को 'गो ग्लोबल एप्रोच' के माध्यम से हरियाणा को 'ग्लोबल ब्रांड' के रूप में स्थापित करने के लिए दुनियाभर के इच्छुक निवेशकों की पहचान करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने ये निर्देश नवगठित विदेश सहयोग विभाग की पहली समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए. बैठक के दौरान विदेश सहयोग विभाग के महानिदेशक और सचिव डॉ. अनंत प्रकाश पांडे ने विभाग द्वारा संचालित की जा रही गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया.
विदेश सहयोग विभाग वैश्विक स्तर पर हरियाणा को निवेश के लिए पसंदीदा स्थान के रूप में बढ़ावा देने तथा राज्य के सामाजिक-आर्थिक कल्याण के लिए शैक्षणिक संस्थानों और हरियाणवी प्रवासियों के साथ मजबूत संबंध विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है.
विभाग के महानिदेशक ने कहा कि विभाग का उद्देश्य हरियाणा को उद्योग, शिक्षा, कौशल विकास और पर्यटन के लिए एक हब के रूप में स्थापित करना है. विभाग सभी महाद्वीपों के इच्छुक निवेशकों के साथ निरंतर वार्ता कर रहा है. साथ ही, हरियाणा में कारोबारी माहौल में सुधार के लिए नीति निर्माण और संचार रणनीति के विकास की दिशा में भी कार्य कर रहा है.
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उन्होंने कहा कि विभाग ने राज्य के कुशल युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए विदेशी विश्वविद्यालयों और कंपनियों के साथ टाई-अप किया है. विभाग द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कृषि आधारित निर्यात बढ़ाने और इच्छुक ट्रेड पार्टनर की पहचान करने के निर्देश दिए. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि मैनपावर राज्य की एक बड़ी संपत्ति होती है, इसलिए इस संपत्ति के उचित और प्रभावी उपयोग करने की संभावनाओं का पता लगाया जाना चाहिए.