चंडीगढ़ः कोरोना महामारी के बीच केंद्र सरकार ने देश के लोगों को राहत देने के लिए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा की है. जिसके तहत केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से अलग-अलग वर्गों को राहत देने का ऐलान किया जा रहा है. इसी के मद्देनजर मजदूरों और श्रमिकों के लिए घोषणाएं की गई. मजदूरों और श्रमिकों ने इन घोषणाओं का स्वागत भी किया है.
इसी के साथ गरीब वर्ग के लोग सरकार से अपने बच्चों की शिक्षा के लिए मदद, पक्के घर देने, कोरोना महामारी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम और अधिक से अधिक रोजगार के अवसर मुहैया करवाने के साथ ही बड़ी कंपनियों को और राहत देने की मांग कर रहे हैं. ताकि नौकरियों पर लगे लोगों का वेतन ना रुके.
मुफ्त राशन देने की घोषणा का स्वागत
श्रमिक और मजदूर वर्ग के लोगों ने बताया कि कोरोना महामारी के दौर में सरकार की तरफ से मुफ्त अनाज वितरित किया जा रहा था. इसमें कुछ ऐसे भी परिवार थे, जिन्हें राशन कार्ड या जनधन खाता ना होने के चलते राशन नहीं मिल पाया था. मगर अब सरकार ने इन सभी लोगों के लिए जुलाई महीने तक मुफ्त राशन की घोषणा की है. गरीब वर्ग के लोग इसे राहत देने वाला कदम मान रहे हैं.
पक्के आवास की मांग
गरीब वर्ग के लोग जहां सरकार की ओर से की गई घोषणाओं पर सरकार का आभार जताते नजर आ रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ और भी कई बड़ी समस्याएं होने और उनका हल निकाले जाने की मांग कर रहे हैं. इन लोगों ने कहा कि झुग्गी झोपड़ी में रहने वालों की चंडीगढ़ में बड़ी तादाद है. अगर सरकार इस बीच पक्के आवास की घोषणा कर दे तो बड़ी राहत होगी, इसी के साथ काम ठप हो जाने के चलते इन लोगों को बच्चों की शिक्षा की चिंता भी सताने लगी है, महिलाओं ने कहा कि सरकार को इस तरफ भी ध्यान देना चाहिए ताकि गरीब लोग अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध करवा पाएं.
आगे होने वाली घोषणाओं से भी उम्मीदें
युवाओं ने सरकार से रोजगार के अवसर मुहैया कराने की मांग की है. इसी के साथ नौकरियों पर लगे लोगों का वेतन रुक जाने के चलते कई लोगों की चिंता बढ़ी है. ऐसे में लोग सरकार से राहत देने की मांग कर रहे हैं. साथ ही कोरोना से सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम की भी मांग कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ आगे होने वाली घोषणाओं से भी गरीब तबके के लिए उम्मीद लगाए बैठे हैं.
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