चंडीगढ़ः कोरोना से जंग के मद्देनजर सरकार ने लॉकडाउन के पीरियड को 3 मई तक बढ़ा दिया है. लेकिन इसके साथ ही लोगों की परेशानियां भी लगातार बढ़ती जा रही है. लोग ना तो ऑफिस जा पा रहे हैं और ना ही उनके कई जरूरी काम हो पा रहे हैं. उद्योग धंधे भी बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं और छोटे - मोटे काम करके अपनी रोजी - रोटी चलाने वाले लोगों के लिए यह दिन संकट भरे हैं.
घर से काम कर रहे कर्मचारियों को हो रही दिक्कतें
हालांकि बड़ी कंपनियों की तरफ से अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम यानी घर से ही काम करने के आदेश दिए गए हैं मगर कर्मचारियों को घर से काम करने में भी कई तरह की परेशानियां सामने आ रही हैं. इस दौरान जब हमने घर से काम करने को लेकर इनके अनुभव के बारे में जानना चाहा तो अमित बिड़ला नाम के कर्मचारी ने बताया कि
घर से काम करने को लेकर सबसे बड़ी परेशानी इंटरनेट की सामने आ रही है. वहीं घर में काम करने में वह माहौल नहीं मिल पाता जो ऑफिस का रहता है. ऑफिस में टीम की तरह काम होता है, मगर घर से काम करने पर अपने सह कर्मियों से फोन पर तालमेल बनाना पड़ता है, ऐसे में परेशानी सामने आती है. काम करने के दौरान उनके लैपटॉप के कुछ कीवर्ड बिगड़ गए हैं और इसके अलावा लैपटॉप चार्जर में खराबी के चलते भी उनका काम में काफी परेशानी हो रही है.
छोटे-मोटे काम कर जिंदगी गुजारने वाले परेशान
वहीं इलेक्ट्रिशियन का काम करने वाले पवन नाम के एक शख्स ने बताया कि
गर्मी की शुरुआत हो गई है. ऐसे में पंखे और कूलर समेत बिजली के दूसरे सामान खराब होने के चलते लोग फोन कर रहे हैं. मगर लॉकडाउन होने के चलते वह काम करने जा नहीं पा रहा हूं. लॉकडाउन के दौरान निकलने पर पुलिस कर्मचारी डंडे मारकर वापस भेज देते हैं. जब से लॉकडाउन हुआ है अपनी दुकान नहीं खोल पाया हूं. इस दौरान आर्थिक तौर पर भी घर में परेशानी खड़ी हो रही है. जो पैसे बचाकर रखे थे वो खर्च हो चुके हैं. अब आगे परिवार चलाने में बड़ी परेशानी है.
मोटर मकैनिक का काम करने वाले पूरन सिंह ने बताया कि
जरूरी सामानों की सर्विस शुरू हो चुकी है, ऐसे में जरूरी कामों में लगे लोगों के वाहन बिगड़ने पर उन्हें फोन जरूर आता है मगर वह जा नहीं पा रहे हैं. क्योंकि लॉकडाउन में घर से बाहर नहीं निकल सकते, जबकि सभी टूल्स भी दुकान पर हैं.
वहीं ट्रक ठीक करके अपना परिवार चलाने वाले कुछ ट्रक मैकेनिकों ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से ही उनकी दुकानें बंद हैं. ऐसे में वह दुकानों के बाहर रहने को मजबूर हैं गांव वापस नहीं जा पा रहे हैं. वहीं इस दौरान परिवार चलाना भी मुश्किल हो गया है.
सर्विस ना मिल पाने से लोग हो रहे परेशान
लॉक डाउन के दौरान ज्यादातर लोग घरों से काम कर रहे हैं, जिन्हें कई छोटी-मोटी परेशानियों से दो-चार होना पड़ रहा है. वहीं दूसरी तरफ बिजली समेत मोटर मैकेनिक, टीवी, कप्यूटर ठीक का काम करने वालों का भी धंधा भी पूरी तरह से ठप है. काम होने के बावजूद भी ये लोग काम नहीं कर पा रहे हैं, जबकि आम लोग इनकी सर्विस ना मिल पाने के चलते परेशान हैं.
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