चंडीगढ़: चंडीगढ़ शहर से हवाई अड्डे की दूरी जल्द ही कम होने वाली है. अब शहरवासी आसानी से और कम समय में ही हवाई अड्डे तक आ-जा सकेंगे. दरअसल, पंजाब सरकार ने सोमवार को एक छोटे वैकल्पिक मार्ग के निर्माण के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. यह नया मार्ग चंडीगढ़ में जंक्शन 63 से शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (मोहाली में स्थित) तक की दूरी को 8 किलोमीटर तक कम कर देगा. सभी हितधारकों के साथ परामर्श के बाद इस रोड मैप को तैयार किया गया है.
वर्तमान में चंडीगढ़ शहर से जंक्शन 63 (विकास मार्ग और पूर्व मार्ग के टी-प्वाइंट) से हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए कम से कम 11.5 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है. वहीं रास्ते में कई बार ट्रैफिक जाम लगने की स्थिति के कारण परेशानी का भी सामना करना पड़ता है. ऐसे में पिछले तीन साल से अधिक समय से चंडीगढ़ प्रशासन शहीद भगत सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा के लिए एक छोटा वैकल्पिक मार्ग विकसित करने पर विचार कर रहा था. जिसके चलते नया रूट बनने के बाद यह रास्ता केवल 3.5 किलोमीटर ही रह जाएगा.
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इसे लेकर सोमवार को चंडीगढ़ के प्रशासक व पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित की अध्यक्षता में बैठक हुई. इसमें सलाहकार धर्मपाल और डीसी विनय प्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे. चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारी ने कहा कि वैकल्पिक मार्ग सभी हितधारकों - पंजाब सरकार, रक्षा मंत्रालय, वायु सेना के अधिकारियों, चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड और रेल मंत्रालय के परामर्श के बाद तैयार किया गया है.
पंजाब सरकार ने सोमवार को अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाली भूमि के अधिग्रहण के लिए अपनी मंजूरी दे दी. इसके साथ ही अधिकारियों ने कहा कि अन्य सभी हितधारकों से सैद्धांतिक मंजूरी पहले ही यूटी प्रशासन द्वारा प्राप्त कर ली गई थी. एक अधिकारी ने बताया कि वैकल्पिक मार्ग के निर्माण के लिए कुल 54 वर्ग किलोमीटर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. इसमें से कम से कम 14 किलोमीटर पंजाब राज्य के अधिकार क्षेत्र में आता है, जिसके लिए स्वीकृति वर्षों से लंबित थी.
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उन्होंने कहा कि पंजाब अब अपनी तरफ जमीन का अधिग्रहण शुरू करेगा. नया मार्ग विकास मार्ग (सेक्टर-43 आईएसबीटी से आने वाले) और पूर्व मार्ग (ट्रिब्यून चौक से आने वाले) के टी-प्वाइंट चौराहे से करीब 200 मीटर पहले शुरू होगा. वहीं रेलवे पुल और उसके नीचे एक अंडरपास बनाया जाएगा. चंडीगढ़ प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा इस प्लान के मुताबिक अब हवाई अड्डे की दूरी 11 किलोमीटर से घटकर 3.5 किलोमीटर हो जाएगी. जिससे यात्रा में लगने वाला समय भी कम हो जाएगा.
भारत के राष्ट्रपति ने पहले भी हवाई अड्डे पर रक्षा भूमि के स्थायी हस्तांतरण के लिए केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ को अनुमति दी थी. इसके साथ ही रक्षा मंत्रालय ने वैकल्पिक मार्ग के निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को काम करने की अनुमति देने और 100 मीटर के भीतर सड़क बनाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र देने के लिए वायु सेना प्रमुख और महानिदेशक रक्षा संपदा को एक पत्र भेजा था. एक रक्षा स्थापना की सीमा पर इन रास्ते का निर्माण किया जाएगा. पंजाब सरकार ने भी अब अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाली जमीन के अधिग्रहण के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है, जबकि अन्य हिस्सेदारों से सैद्धांतिक मंजूरी पहले ही ले ली गई थी.