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शुरू होने से पहले 'खंडहर' बना चंडीगढ़ का सरकारी स्कूल, हालत देखकर आप भी रह जाएंगे हैरान - खस्ताहाल चंडीगढ़ का सरकारी स्कूल

स्कूल की दीवारें टूटनी शुरू हो चुकी हैं. जगह-जगह बड़ी-बड़ी झाड़ियां खड़ी हैं. इतना ही नहीं यहां पर जो क्लास रूम बनाए गए थे. उनकी हालत भी बदतर हो चुकी है. क्लास रूम्स के अंदर लगाया गया ज्यादातर सामान चोरी हो चुका है. पंखे निकाल लिए गए हैं. स्वीच बोर्ड तोड़ दिए गए हैं और बचे हुए सामान के साथ भी तोड़फोड़ की गई है.

chandigarh Sector 15 government school building
शुरू होने से पहले 'खंडहर' बना चंडीगढ़ का सरकारी स्कूल
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Published : Feb 12, 2020, 5:47 PM IST

चंडीगढ़: चंडीगढ़ सुनते ही जहन में एक विकसित शहर की तस्वीर उतर आती है. वो शहर जो सुनियोजित तरीके से बसाया गया. जिसे देखकर लगता ही नहीं कि आप भारत में हैं. ऐसा लगता है मानों यहां सब कुछ बेहतर है. चलिए अब हम आपको इसी 'द सिटी ब्यूटीफुल' के एक 8 करोड़ के 'खंडहर' के बारे में बताते हैं जो अब शुरू होने से पहले ही खस्ताहाल हो गया है.

चंडीगढ़ को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में देश के अग्रिण शहरों में गिना जाता है. यहां पर शिक्षा के लिए कई बेहतरीन संस्थान हैं. जैसे मेडिकल एजुकेशन के लिए पीजीआई और सेक्टर 32 का अस्पताल, इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए पैक इंजीनियरिंग कॉलेज और पंजाबी यूनिवर्सिटी का नाम तो देश की सबसे बेहतरीन यूनिवर्सिटीज में आता है, लेकिन इस चंडीगढ़ की एक और तस्वीर भी है. जो चंडीगढ़ की स्कूली शिक्षा पर सवाल खड़े करती है.

क्लिक कर देखें स्पेशल रिपोर्ट

चंडीगढ़ की एक तस्वीर ये भी

हम आपको चंडीगढ़ के नए बने सरकारी स्कूल के बारे में बता रहे हैं. जो हाल ही में बनकर तैयार हुआ, लेकिन ये इमारत सालों पुरानी और टूटनी शुरू हो चुकी है. आपको ये जानकर भी आश्चर्य होगा कि स्कूल की इस इमारत में अभी तक एक भी क्लास नहीं लगाई गई है. स्कूल का पहला शैक्षणिक सत्र इस साल अप्रैल से शुरू होना था, लेकिन इस इमारत के हालत इतनी खस्ता है कि यहां पर बच्चों को पढ़ाना संभव ही नहीं है.

नया नवेला स्कूल बन गया पुराना

इस इमारत की दीवारें टूटनी शुरू हो चुकी है. जगह-जगह बड़ी-बड़ी झाड़ियां खड़ी है. इतना ही नहीं यहां पर जो क्लास रूम बनाए गए थे. उनकी हालत भी बदतर हो चुकी है. क्लास रूम्स के अंदर लगाया गया ज्यादातर सामान चोरी हो चुका है. रंखे निकाल लिए गए हैं. स्वीच बोर्ड तोड़ दिए गए हैं और बचे हुए सामान के साथ भी तोड़फोड़ की गई है. जो अब इस्तेमाल करने लायक नहीं बचा है. जिससे प्रशासन को भी लाखों रुपए का नुकसान हुआ है.

8 करोड़ की आई है लागत

बता दें कि ये नया नवेला सरकारी स्कूल चंडीगढ़ के सेक्टर 12 में स्थित है. जिसे बनाने में कुल 8 करोड़ की लागत आई है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही कहें या अनदेखी कि इस इमारत की हालात आज सालों पुरानी इमारत के सामान लगने लगी है. ऐसा लगता है कि प्रशासन इस इमारत पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद इसे भूल गया है और ये भी भूल गया है कि ये स्कूल बच्चों की पढ़ाई के लिए बनाया गया है, जहां कुछ ही वक्त में बच्चों को पढ़ाया जाना है.

ये भी पढ़िए: हरियाणा सरकार ने किसानों को दी बड़ी राहत, अब मेरी फसल मेरा ब्योरा पर पंजीकरण 15 फरवरी तक

अधिकारी की माने तो स्कूल की शुरुआत इसी साल अप्रैल महीने से की जानी है, लेकिन जिस हाल में ये स्कूल नजर आ रहा है उसे देखकर लगता नहीं है कि स्कूल दो महीने में बाद शुरू कर दिया जाएगा.

चंडीगढ़: चंडीगढ़ सुनते ही जहन में एक विकसित शहर की तस्वीर उतर आती है. वो शहर जो सुनियोजित तरीके से बसाया गया. जिसे देखकर लगता ही नहीं कि आप भारत में हैं. ऐसा लगता है मानों यहां सब कुछ बेहतर है. चलिए अब हम आपको इसी 'द सिटी ब्यूटीफुल' के एक 8 करोड़ के 'खंडहर' के बारे में बताते हैं जो अब शुरू होने से पहले ही खस्ताहाल हो गया है.

चंडीगढ़ को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में देश के अग्रिण शहरों में गिना जाता है. यहां पर शिक्षा के लिए कई बेहतरीन संस्थान हैं. जैसे मेडिकल एजुकेशन के लिए पीजीआई और सेक्टर 32 का अस्पताल, इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए पैक इंजीनियरिंग कॉलेज और पंजाबी यूनिवर्सिटी का नाम तो देश की सबसे बेहतरीन यूनिवर्सिटीज में आता है, लेकिन इस चंडीगढ़ की एक और तस्वीर भी है. जो चंडीगढ़ की स्कूली शिक्षा पर सवाल खड़े करती है.

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चंडीगढ़ की एक तस्वीर ये भी

हम आपको चंडीगढ़ के नए बने सरकारी स्कूल के बारे में बता रहे हैं. जो हाल ही में बनकर तैयार हुआ, लेकिन ये इमारत सालों पुरानी और टूटनी शुरू हो चुकी है. आपको ये जानकर भी आश्चर्य होगा कि स्कूल की इस इमारत में अभी तक एक भी क्लास नहीं लगाई गई है. स्कूल का पहला शैक्षणिक सत्र इस साल अप्रैल से शुरू होना था, लेकिन इस इमारत के हालत इतनी खस्ता है कि यहां पर बच्चों को पढ़ाना संभव ही नहीं है.

नया नवेला स्कूल बन गया पुराना

इस इमारत की दीवारें टूटनी शुरू हो चुकी है. जगह-जगह बड़ी-बड़ी झाड़ियां खड़ी है. इतना ही नहीं यहां पर जो क्लास रूम बनाए गए थे. उनकी हालत भी बदतर हो चुकी है. क्लास रूम्स के अंदर लगाया गया ज्यादातर सामान चोरी हो चुका है. रंखे निकाल लिए गए हैं. स्वीच बोर्ड तोड़ दिए गए हैं और बचे हुए सामान के साथ भी तोड़फोड़ की गई है. जो अब इस्तेमाल करने लायक नहीं बचा है. जिससे प्रशासन को भी लाखों रुपए का नुकसान हुआ है.

8 करोड़ की आई है लागत

बता दें कि ये नया नवेला सरकारी स्कूल चंडीगढ़ के सेक्टर 12 में स्थित है. जिसे बनाने में कुल 8 करोड़ की लागत आई है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही कहें या अनदेखी कि इस इमारत की हालात आज सालों पुरानी इमारत के सामान लगने लगी है. ऐसा लगता है कि प्रशासन इस इमारत पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद इसे भूल गया है और ये भी भूल गया है कि ये स्कूल बच्चों की पढ़ाई के लिए बनाया गया है, जहां कुछ ही वक्त में बच्चों को पढ़ाया जाना है.

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अधिकारी की माने तो स्कूल की शुरुआत इसी साल अप्रैल महीने से की जानी है, लेकिन जिस हाल में ये स्कूल नजर आ रहा है उसे देखकर लगता नहीं है कि स्कूल दो महीने में बाद शुरू कर दिया जाएगा.

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