चंडीगढ़ः सिटी ब्यूटीफुल की सड़कों पर वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिस वजह से सड़क हादसों में भी इजाफा हो रहा है. सड़क हादसों का सबसे बड़ा कारण वाहनों की तेज रफ्तार है. इस वजह से हर साल हजारों लोग अपनी जान गंवा बैठते हैं. इसलिए चंडीगढ़ पुलिस वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाने की तैयारी में है. जिसके लिए चंडीगढ़ पुलिस ने एक नई योजना शुरू भी कर दी है.
सड़क पर लगाए गए स्पीड रडार डिस्प्ले
चंडीगढ़ पुलिस ने एक खास पहल करते हुए चंडीगढ़ की 6 सबसे व्यस्त सड़कों पर स्पीड डिस्प्ले रडार लगा दिए हैं. इन स्पीड रडार की खास बात यह है कि यह सड़क पर से निकलने वाले हर वाहन की स्पीड को रिकॉर्ड करते हैं. सड़क पर गुजरने वाले वाहन सामान्य रफ्तार से चल रहे हैं, उनकी रफ्तार को यह हरे रंग में दिखाएगा और जो वाहन तय सीमा से तेज रफ्तार में चल रहे हैं उनकी रफ्तार को यह डिस्प्ले लाल रंग में दिखाएगा.
रडार के डाटा से चालान काटेगी पुलिस
इसके बाद यह सारा डाटा चंडीगढ़ पुलिस के पास पहुंच जाएगा, जिससे पुलिस को यह पता चलेगा कि किस सड़क पर हर रोज कितने वाहन सामान्य रफ्तार से निकल रहे हैं और कितने वाहन तय सीमा से तेज रफ्तार से निकल रहे हैं. फिलहाल इन डिस्प्ले का इस्तेमाल लोगों को जागरूक करने के लिए किया जाएगा. लेकिन बाद में इन डिस्प्ले रडार की मदद से पुलिस लोगों के चालान काटना शुरु कर देगी.
स्पीड रडार डिस्प्ले में लगेंगे कैमरे
आने वाले दिनों में चंडीगढ़ पुलिस इन स्पीड रडार के अंदर कैमरे भी लगा देगी. जिससे तेज रफ्तार चल रहे वाहनों की तस्वीर पुलिस तक पहुंच जाएगी और पुलिस उन लोगों के घर पर चालान भेज देगी. चंडीगढ़ पुलिस की कोशिश है कि इस योजना के माध्यम से तेज रफ्तार वाहन चला रहे लोगों को रोका जाए और वाहनों की रफ्तार को कम किया जाए.
नवंबर 2019 में खरीदे गए थे रडार डिस्प्ले
यह स्पीड रडार डिस्प्ले नवंबर 2019 में खरीदे गए थे और इन पर करीब 12.60 लाख रुपए खर्च किए गए हैं. यह डिस्प्ले फिलहाल सेक्टर 29 , सेक्टर 47, सेक्टर 45 /46 राउंड अबाउट, रेलवे लाइट प्वाइंट, सेक्टर 47/48 लाइट प्वाइंट और ट्रिब्यून चौक के पास लगाए गए हैं. आने वाले दिनों में इनकी संख्या को और बढ़ाया जा सकता है.
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