चंडीगढ़ः पीजीआई के 17 ओपीडी में हर विभाग के लिए प्रतिदिन 50 मरीजों को ही बुलाया जा रहा है. पीजीआई प्रबंधन के डॉक्टर अरविंद राणा बताते हैं कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए ओपीडी में विशेष एहतियात बरते जा रहे हैं. ताकि किसी की भी गलती से कोरोना संक्रमण फैल ना सके.
डॉक्टर अरविंद राणा ने बताया कि पीजीआई में आने से पहले मरीजों के लिए कुछ खास नियम बनाए गए हैं. इन नियमों का पालन करना लोगों के लिए अनिवार्य होगा. जिसमें सबसे पहले मरीज की अपॉइंटमेंट आती है. डॉक्टर अरविंद ने बताया कि मरीज को पीजीआई में ओपीडी आने से पहले ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेनी होती है. अपॉइंटमेंट के लिए 20 टेलीफोन लाइन बनाई गई है.
मरीजों के लिए अहम नियम
वहीं पीजीआई में आने के बाद भी मरीजों के लिए नियम बनाए गए हैं. जिसके मुताबिक पीजीआई में इलाज के लिए आए लोगों को टोकन दिया जाता है. टोकन मिलने के बाद मरीज अपनी बारी का इंतजार करता है और जब उसे अंदर बुलाया जाए तभी वो इलाज के लिए अंदर जाता है. वहीं मरीज को डॉक्टर के पास भेजने से पहले तीन बार स्क्रीनिंग के साथ सैनिटाइज किया जाता है. इस दौरान अस्पताल में आने से पहले मास्क पहनना अनिवार्य है. मरीज के साथ केवल एक परिजन ही अस्पताल में आ सकते हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए ये फैसला लिया गया है.
इन राज्यों से आए मरीज
पीजीआई में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, पंजाब आदि जगहों के मरीज पहुंच रहे हैं. अस्पताल में पहुंच रहे मरीजों ने भी ओपीडी ओपन होने के साथ राहत की सांस ली है. इस दौरान लोगों ने पीजीआई द्वारा किए गए इंतजामों की सराहना भी की है.
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टेली सर्विस से इलाज जारी
पीजीआई में पीडियाट्रिक, गाइनी, आई सेंटर, डेंटल आदि विभागों की ओपीडी शुरू करने से आम लोगों को काफी सहुलियत हुई है. हालांकि पीजीआई द्वारा कोरोना संक्रमण को लेकर जारी गाइडलाइन का विशेष ध्यान रखा जा रहा है . लोगों से सोशल डिस्टेंसिग की पालना भी करवाई जा री है. वहीं अस्पताल में ज्यादा भीड़ ना हो इसके लिए कुछ मरीजों को अस्पताल में बुलवाया गया है तो वहीं कुछ का इलाज टेली सर्विस के जरिये किया जा रहा है.