चंडीगढ़: पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन (पीजीआई) चंडीगढ़ के एक रेजिडेंट डॉक्टर ने सुसाइड करने की कोशिश की है. उसने हेपेटोलॉजी विभाग के एक वरिष्ठ डॉक्टर पर परेशान करने का आरोप लगाया है. जिसके चलते उसने पीजीआई परिसर में कथित तौर पर आत्महत्या का प्रयास किया. डीएम (Doctorate Of Medicine) कोर्स में प्रथम रैंक हासिल करने वाले डॉक्टर ने सुसाइड नोट में सीनियर डॉक्टर पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं.
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सुसाइड की कोशिश करने वाला डॉक्टर सरकारी मेडिकल कॉलेज, सेक्टर 32 से एमबीबीएस पास आउट और पीजीआई से पोस्ट-ग्रेजुएशन (एमडी) है. हेपेटोलॉजी विभाग के डॉक्टर पर आरोप लगाते हुए पीड़ित डॉक्टर ने लिखा है कि उसने मेरी जिंदगी नरक बना दी है. उसने मुझे व्यक्तिगत रूप से अपमानित किया. हलांकि पीड़ित डॉक्टर को बचा लिया गया है और उसे उसके घर भेज दिया गया है. इस मामले में अभी तक चंडीगढ़ पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी गई है.
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मामला समने आने के बाद पीजीआई के निदेशक प्रोफेसर विवेक लाल ने मामले की जांच के लिए एक समिति बनाई है. उन्होंने आत्महत्या करने वाले डॉक्टर के परिवार को उनकी सुरक्षा का आश्वासन देते हुए कहा कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया गया है. दोषी डॉक्टर के खिलाफ गंभीरता से निपटा जाएगा और रेजिडेंट डॉक्टर को न्याय दिया जाएगा.
निदेशक ने कहा कि पीजीआई जैसे कार्यस्थल पर चौबीसों घंटे काम करने वाले रेजिडेंट डॉक्टर तनाव में होते हैं. पिछले दिनों इनमें से कुछ ने काम के दबाव का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था. हम इन मामलों में पूरा ध्यान देंगे.
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