चंडीगढ़: कृषि सुधार के नाम पर लाए गए केंद्र सरकार के कृषि तीन कानूनों का विरोध अभी थमने का नाम नहीं ले रहा. एक तरफ जहां पूरे देश में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस भी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इन कानूनों का विरोध कर रही है.
एक तरफ जहां बीजेपी सरकार इन कानूनों को किसानों के हित में बता रही है. वहीं कांग्रेस और अन्य किसान संगठन इन कानूनों को किसानों को खत्म करने की बीजेपी की चाल बता रहे हैं. रविवार को दशहरे के पर्व पर चंडीगढ़ एनएसयूआई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले को रावण बनाकर जलाया.
इस पुतले पर एनएसयूआई नेर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शहर की सांसद किरण खेर सहित तमाम नेताओं की फोटो लगा रखी थी. प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपना रोष प्रकट किया.
इस दौरान एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने कहा कि इस बार कोविड के कारण रावण के पुतले को तो नहीं, लेकिन लोगों की जिंदगी को तबाह करने वाले आज के रावण को आगे के हवाले किया गया है. रोष वक्त करते हुए स्टूडेंट्स नेताओं ने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में होने वाले चुनावों में एक बार फिर मोदी सरकार लोगों को लुभावने वायदे कर रही है. जो चुनाव जीतने के बाद भूल जाती है.
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