चंडीगढ़: मंगलवार को चंडीगढ़ नगर निगम का बजट पेश किया गया. इस बार का बजट 2023-24 को 2100 करोड़ के पास रखा गया. जिसे विपक्ष द्वारा सीक्रेट बजट भी बताया जा रहा है. विपक्ष का आरोप था कि भाजपा ने आने वाले आम चुनाव को ध्यान में रखते हुए बजट वाले दिन ही पार्षदों को बजट फाइल दी है, ताकि किसी पार्षद को बजट में खामियां न पता चल सके.
चंडीगढ़ नगर निगम का वर्ष 2023-24 के लिए 2100 करोड़ बजट पास कर दिया गया. वहीं, बजट पास करने से पहले एफएंडसीसी के सदस्यों और संबधी अधिकारियों के बीच चर्चा भी कराई गई. वहीं, विपक्ष के तीन सदस्यों के मीटिंग में शामिल होने पर बजट के संबध में सवाल भी उठाए गए. एफएंडसीसी की मीटिंग के बाद तीन बजे सदन की बैठक शुरू की गई. चंडीगढ़ के मेयर अनूप गुप्ता ने बजट 2023-24 पेश करते हुए कहा कि शहर के लोगों, गांवों और कॉलोनियों को ध्यान में रखते हुए इस बार का बजट को तैयार किया गया है.
चंडीगढ़ मेयर बजट में कई बड़े प्रोजेक्ट भी शामिल किए गए हैं, जिसमें फ्रांस की कंपनी को दिये गये प्रोजेक्ट के जरिए शहर के लोगों को 24 घंटे पीने के पानी की सप्लाई मिल पाएगी. ड्राई और वेट वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट, हॉर्टिकल्चर वेस्ट प्लांट, C&D वेस्ट प्लांट, प्लास्टिक वेस्ट प्लांट, गौशालाओं की मरम्मत, सड़कों के निर्माण कार्य, वहीं शहर के लोगों को आत्मनिर्भर बनाते हुए शहर के पर्यटन स्थलों को साफ रखने जैसे प्रोजेक्ट्स शामिल किए गए.
वहीं, म्युनिसिपल बांड से संबंधित महत्वपूर्ण फैसला भी लिया गया. उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ के साथ कुछ नए गांवों को भी जोड़ा गया है, जहां के विकास कार्य पर ध्यान दिया जाएगा. इसके साथ ही निवेश रखा गया है. वहीं, डोर-टू-डोर गार्बेज कलेक्शन को मजबूत बनाया जाएगा. ड्राई और वेट वेस्ट प्लांट के जरिए बायो-सीएनजी बनाया जाएगा.
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मेयर के बोलने के बाद सभी 35 पार्षदों द्वारा बजट पढ़ने के बाद अपने अपने सुझाव रखे गए. जहां सदन के बैठक में मौजूद अधिकारियों द्वारा मौके पर ही जवाब दिए गए. बीजेपी पार्षद सौरभ जोशी ने कहा कि इस बार के बजट-2023 में सबसे ऐतिहासिक फैसला म्युनिसिपल बॉन्ड का है, जिसके चलते हम शहर में रुके हुए विकास कार्य को करने में मदद मिल पाएगी. इस बैंड की पॉलिसी को आने वाले 20 सालों तक याद रखी जाएगा. वहीं, पार्षदों की ओर से पीजीआई को 1923 करोड़ का बजट दिया गया. एजुकेशन को 1100 करोड़ का बजट दिया गया.