चंडीगढ़: शहर में पिछले तीन दिनों से चल रहे इलेक्ट्रिक व्हीकल एक्सपो चंडीगढ़ में जहां बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा इलेक्ट्रिक व्हीकल की प्रदर्शनी लगाई गई, जिनकी कीमत करोड़ रुपयों तक थी. वहीं, चितकारा कॉलेज के छात्रों ने यहां पुराने वाहनों को ईवी में तब्दील कर प्रदर्शनी लगाई. दावा किया जा रहा है कि छात्रों ने 3 फरवरी को ही इस तकनीक की खोज की है. इस प्रोजेक्ट पर 20 से 25 छात्रों की टीम पिछले दो महीनों से काम कर रही थी. जिससे बाद इन वाहनों को ईवी एक्सपो प्रदर्शनी में लगाया गया है.
बीते साल चंडीगढ़ ने ईवी वाहनों के बिक्री में नया रिकॉर्ड बनाया है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में यहां 17 हजार दोपहिया और 26 हजार 274 ई-कार की बिक्री हुई है. अलग-अलग राज्यों की सरकारों ने अपने यहां इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाएं शुरू की हैं, लेकिन उपभोक्ता इन योजनाओं को लेकर जागरूक नहीं हैं. एक्सपो के माध्यम से शहर के लोगों को इलेक्ट्रिक वाहनों की उपयोगिता और भविष्य के लाभ के बारे में बताया जा रहा है.
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इस एक्सपों में सैकड़ों लोगों ने ई वाहन खरीदने में रुचि दिखाई है. वहीं, चंडीगढ़ की पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित किए जा रहे, पहले ईवी एक्सपो-2023 में देशभर की इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां अपने उत्पादों को एक छत तले आम जनता के लिए प्रदर्शित कर रही थी. वहीं, एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा भी नई खोज के साथ प्रदर्शनी लगाई गई थी.
चंडीगढ़ बनेगा ग्रीन सिटी: चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या को तेजी से बढ़ाया जा रहा है. जिससे चंडीगढ़ को देश का पहला ग्रीन सिटी बनाया जा सके. इसके लिए प्रशासन ने ईवी योजना भी तैयार की है. जिसके तहत चंडीगढ़ में अगले 5 साल के अंदर रजिस्टर होने वाली गाड़ियों में ईवी वाहनों की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं, वित्तीय वर्ष 2023-24 में शहर के अंदर दोपहिया वाहनों में ईवी की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत और वर्ष में 2024-25 में इसे बढ़ाकर 100 प्रतिशत करने का लक्ष्य है. चंडीगढ़ को वर्ष 2030 तक डीजल और पेट्रोल के वाहनों से पूरी तरह मुक्त कर दिया जाएगा.
हरियाणा के राज्यपाल व डिप्टी सीएम ने किया सम्मानित: चितकारा के विद्यार्थियों द्वारा ग्रीन मोबिलिटी इलेक्ट्रिक व्हीकल एक्सपो में पुराने वाहनों को ईवी में तब्दील करने की तकनीक की प्रशंसा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थियों को शोध पर जोर देना चाहिए. वहीं, हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें सम्मानित भी किया. इसके साथ ही छात्रों ने अपनी ईवी वाहनों के बारे में विस्तृत जानकारी भी सभी को मुहैया करवाई. छात्रों द्वारा 2 ईवी वाहन तैयार किए गए हैं, जिनमें एक इलेक्ट्रिक साइकिल और दूसरी इलेक्ट्रिक बाइक है.
पुराने वाहनों को ईवी में बदला: छात्रों की टीम ने बताया कि उनकी टीम ने पुराने वाहनों को ईवी में बदलने के आइडिया के बारे में अपने मेनटोर को बताया था. मेनटोर ने छात्रों के आइडिया को मूर्त रूप देने में पूरी मदद की है. छात्रों ने दिन रात मेहनत करते हुए इन ईवी साइकिल और बाइक को तैयार किया है. ऐसे में पुराने वाहनों को ईवी वाहन बनाने का सफल परीक्षण किया गया. जिन्हें आम लोगों के सामने प्रदर्शनी के तौर पर रखा गया था. इन वाहनों में वे सभी खूबियां हैं, जो बड़ी-बड़ी कंपनी देने की कोशिश कर रही हैं. वहीं अगर छात्रों को पूरे उपकरण मिलते हैं तो वे एक एंटरप्रेन्योर के तौर पर उभर सकते हैं.