चंडीगढ़: केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. चंडीगढ़ में केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने जमकर प्रदर्शन किया. कांग्रेसी नेताओं ने चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनोर को ज्ञापन सौंपा. कांग्रेस नेता ट्रैक्टरों पर बैठकर गवर्नर हाउस के लिए निकले थे, लेकिन चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक लिया. प्रदर्शन के बाद उनके ट्रैक्टरों को भी जब्त कर लिया.
इस बारे में बात करते हुए चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने कहा के ट्रैक्टर किसान की पहचान है. ट्रैक्टर के जरिए किसान अपनी आजीविका कमाता है और देश का पेट भरने के लिए अन्न उगाता है. इसलिए हम ट्रैक्टर पर प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे हैं. केंद्र सरकार ने देश के अन्नदाता और भाग्य विधाता कहे जाने वाले किसान का शोषण करने के लिए तीन बिल पास किए हैं. सरकार खेती को भी बड़ी कंपनियों को बेचना चाहती है. ये बिल किसानों को और खेती को बर्बाद करके रख देंगे.
उन्होंने कहा कि हर कानून में सुधार की गुंजाइश रहती है, लेकिन भाजपा ने किसी भी चुने हुए नुमाइंदे को इसमें शामिल करना जरूरी नहीं समझा. अगर कांग्रेस को मौका दिया जाता तो कांग्रेस पार्टी के नेता इस बिल में सुधार करते ताकि ये सबके लिए हितकारी साबित होता, लेकिन केंद्र सरकार ने सब मांगों को अनदेखा करके लोकतंत्र की हत्या कर इन बिलों को पास कर दिया. क्योंकि केंद्र सरकार को किसानों से कोई मतलब नहीं है. क्योंकि उन्हें प्राइवेट कंपनियों को फायदा पहुंचाना है.
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उन्होंने कहा कि फसलों की खरीद शुरू हो चुकी है और उनकी मांग है कि सब किसानों को उनका हक मिले. किसान को उनकी फसलों की पूरी कीमत मिले, लेकिन केंद्र सरकार ऐसा नहीं चाहती. सरकार किसानों को अनदेखा कर रही है. ये सरकार किसान विरोधी है.