चंडीगढ़: भारत-चीन हिंसक झड़प के बाद केंद्र सरकार ने सुरक्षा का हवाला देते हुए 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है. ऐसे में हर जगह यही चर्चा है कि भारत ने चीन को आर्थिक तौर पर नुकसान पहुंचाने के लिए ये कदम उठाया है. वहीं इसी मुद्दे को लेकर चंडीगढ़ बीजेपी अध्यक्ष अरुण सूद ने प्रेस वार्ता की.
अरुण सूद का कहना है कि अब वो समय नहीं रहा जब सेनाएं गोला बारूद लेकर सीमा पर युद्ध लड़ती थी. अब ऐसे युद्धों का समय आ गया है जिसमें किसी की जान ना जाए और एक देश को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाइना के खिलाफ इसी रणनीति पर चल रहे हैं. चाइनीस ऐप पर बैन लगाना इसी रणनीति का एक हिस्सा है.
'प्रधानमंत्री के फैसले से चीन को आर्थिक नुकसान पहुंचेगा'
अरुण सूद ने कहा कि आज के समय में किस देश पर आर्थिक प्रतिबंध लगाना ही सबसे बड़ी युद्ध नीति है, क्योंकि आर्थिक प्रतिबंध लगाने से किसी भी देश की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ी जा सकती है. उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाइना के खिलाफ इसी तरह के कदम उठा रहे हैं. प्रधानमंत्री के इस फैसले से चीन की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंचेगा.
गरीब कल्याण अन्न योजना पर क्या बोले अरुण सूद ?
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत गरीबों को गेहूं, चावल और चने मुहैया करवाए जा रहे हैं. अब तक 80 करोड़ 20 लाख लोगों को इसका लाभ दिया गया है. चंडीगढ़ में 64 परिवारों को इस योजना का लाभ दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है, ताकि त्योहारों के वक्त गरीब तपके के लोग भूखे ना सोएं.
'पंजाब सरकार ने गरीबों के साथ धोखा किया है'
उन्होंने पंजाब सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंजाब सरकार नहीं चाहती थी कि इस योजना के तहत अनाज गरीबों तक पहुंचे. पंजाब के बहुत से पार्षदों ने इस अनाज को अपने घरों में ही जमा कर लिया था. बाद में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके घरों से इस अनाज को बरामद भी किया है. उन्होंने कहा कि राजनीति अपनी जगह है, लेकिन गरीबों के साथ इस तरह का धोखा करना जायज नहीं है.