चंडीगढ़: 8 जनवरी को चंडीगढ़ में मेयर चुनाव होंगे. बीजेपी ने रविकांत शर्मा को मेयर पद के लिए अपना उम्मीदवार चुना है. चुनाव में रविकांत शर्मा की जीत लगभग तय है, क्योंकि सदन में बीजेपी के 20 वोट है जबकि जीत के लिए 14 मतों की जरूरत होती है. मेयर चुनाव और शहर के विकास को लेकर हमने उम्मीदवार रविकांत शर्मा से खास बातचीत की.
1. ईटीवी भारत का सवाल- शहर के विकास को लेकर क्या लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं?
बीजेपी उम्मीदवार रविकांत शर्मा का जवाब- सबसे पहले तो मैं मेयर पद के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के लिए पार्टी का धन्यवाद करता हूं. साथ ही यह कहना चाहता हूं कि बीजेपी ने हमेशा चंडीगढ़ के विकास के लिए काम किया है .मैं भी चंडीगढ़ के विकास के लक्ष्य को लेकर ही आगे बढूंगा. जो योजनाएं पूर्व मेरे द्वारा शुरू की गई थी उन्हें पूरा करवा लूंगा और नए प्रोजेक्ट भी शुरू करवाऊंगा.
2. सवाल - स्वच्छता सर्वेक्षण में चंडीगढ़ पहले मुकाबले काफी पिछड़ गया है. चंडीगढ़ के स्थान को सुधारने के लिए क्या करेंगे?
जवाब- हमें उम्मीद है कि इस बार चंडीगढ़ पहले तीन स्थानों में अपना स्थान बनाने में कामयाब होगा पहले जब चंडीगढ़ का रंग अच्छा नहीं आया था तब कुछ कमी आ रही थी अब उन कमियों को तेजी से दूर किया जा रहा है खासतौर पर कचरे के सैग्रीगेशन पर खास ध्यान दिया जा रहा है इसके लिए निगम ने कचरा उठाने वाली 395 गाड़ियां भी चलाई है जो कचरा उठाने के साथ-साथ उसे सेग्रीगेट करने का काम भी करेंगी.
3. सवाल- कचरे के सेग्रीगेशन के लिए लोगों की भागीदारी ता कैसे तय करेंगे?
जवाब- निगम की ओर सेग्रीगेशन के लिए खास तौर पर नई गाड़ियां चलाई गई है . जिसमें लोग नगर निगम का काफी सहयोग कर रहे हैं. लोग भी कचरे को तय नियमों के अनुसार ही गाड़ियों में डाल रहे हैं ताकि सूखे और गीले कचरे को अलग अलग रखा जा सके. लोगों से मिल रहे सहयोग को देखकर ही कहा जा सकता है कि इस साल चंडीगढ़ का स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छा रहेगा आएगा.
4. सवाल - सफाई कर्मचारियों की ओर से नगर निगम का कई मुद्दों पर विरोध किया जाता रहा है. इस विरोध को कैसे खत्म करेंगे?
जवाब- करीब 2 साल पहले कचरे के कलेक्शन को ऐट सोर्स करने की बात आई थी तो इन लोगों को कहा गया था कि अपनी संस्था बनाकर गाड़ियां खरीद लें. ताकि कचरे को सीधा प्रोसेसिंग प्लांट में भेजा जा सके. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. बाद में नगर निगम की ओर से इन लोगों के साथ एक एमओयू साइन किया गया था. जिसमें सभी लोगों ने सहमति जताई थी. आज जो लोग नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं .यह थोड़े से लोग हैं जो राजनीति से प्रेरित है. कांग्रेस पार्टी के कुछ नेता जानबूझकर नगर निगम को बदनाम करने के लिए इस तरह के विरोध प्रदर्शन करवा रहे हैं. लेकिन इस मसले को जल्द सुलझा लिया जाएगा.
5. सवाल- डंपिंग ग्राउंड को हटाने का मुद्दा भी अभी तक नहीं सुलझ पाया है?
जवाब- डंपिंग ग्राउंड में लगे सी माइनिंग का काम पिछले साल शुरू करवा दिया गया था. जो इस साल जून तक खत्म होना था लेकिन लॉकडाउन की वजह से काम बीच में रोकना पड़ा था. लेकिन अब काम शुरू हो चुका है और आने वाले 8 से 10 महीनों में डंपिंग ग्राउंड के कचरे को प्रशस्त कर ले जाएगा और वहां पर एक खाली मैदान बना दिया जाएगा.
6. सवाल - चंडीगढ़ में अभी तक 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू नहीं हो पाई है?
जवाब- साल 2016 में तत्कालीन मेयर अरुण सूद ने हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों से बात कर चंडीगढ़ को यह प्रोजेक्ट दिलवाया था. आज यह प्रोजेक्ट शुरू हो चुका है. चंडीगढ़ के मनीमाजरा में 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू की जा रही है और जल्द ही पूरे चंडीगढ़ में इसे शुरू करवा दिया जाएगा .फिलहाल चंडीगढ़ में सुबह शाम के साथ दोपहर को भी पानी की सप्लाई की जाती है और इस समय चंडीगढ़ में पानी की कोई कमी नहीं है.
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7. सवाल - बीजेपी पार्षद चंद्रावती शुक्ला ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भर कर आप के खिलाफ चुनाव लड़ने की कोशिश की, आपकी क्या प्रतिक्रिया है?
जवाब- सदन में इस समय बीजेपी के बीच पार्षद है सभी पार्षद बेहद काबिल है सभी मेयर बनकर शहर को सुचारु रुप से चला सकते. लेकिन उम्मीदवार का फैसला पार्टी हाईकमान करती है पार्टी हाईकमान जिस भी पार्षद को उम्मीदवार बनाएगी वही पार्षद चुनाव भी लड़ेगा जहां तक चंद्रावती शुक्ला का सवाल है तो भी उनकी छोटी बहन की तरह है. नामांकन के दिन रोष में आकर उन्होंने ऐसा कदम उठा लिया था लेकिन अब सब कुछ ठीक है.