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21 जून को लगेगा 2020 का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण, जानिए किन राशियों पर पड़ेगा असर - सूर्य ग्रहण राशि दुष्प्रभाव

ज्योतिष के अनुसार आपके जीवन पर 21 जून को लग रहे सूर्य ग्रहण का क्या प्रभाव पड़ेगा, ये जान लेना जरूरी है? चंडीगढ़ के ज्योतिषाचार्य मदन गुप्ता सपाटू का मानना है कि ये सूर्य ग्रहण ऐसा है जिससे डरना चाहिए.

21 june solar eclipse impact on astrological sign
21 जून को लगेगा 2020 का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण
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Published : Jun 18, 2020, 6:56 PM IST

चंडीगढ़: साल का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण 21 जून को लग रहा है. ज्योतिश शास्त्र के हिसाब से सूर्य ग्रहण का प्रभाव मानव, जीव-जंतु, वनस्पति, नदी, सागर सभी पर पड़ता है. ज्योतिष के अनुसार आपके जीवन पर इस सूर्य ग्रहण का क्या प्रभाव पड़ेगा, वो भी तब जब पूरा देश वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहा है. ये जानने के लिए ईटीवी भारत ने जाने माने ज्योतिषाचार्य मदन गुप्ता सपाटू से खास बातचीत की.

मदन गुप्ता सपाटू ने कहा कि महाभारत के वक्त से ही सूर्य ग्रहण एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है. महाभारत में जयद्रथ का वध भी सूर्य ग्रहण से ही जुड़ा हुआ है. आज से 5000 साल पहले भी हमारा विज्ञान इतना उन्नत था कि उन्हें इस तरह की सभी खगोलीय घटनाओं के बारे में पूरी जानकारी थी.

21 जून को लगेगा 2020 का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण

सपाटू ने बताया कि इस वक्त दिन और शनि मकर राशि में है और जब ये दोनों मकर राशि में होते हैं तो ना सिर्फ किसी देश बल्कि पूरी दुनिया में कोई ना कोई महा संकट होता है. इससे पहले भी जब ये दोनों मकर राशि में आए उस वक्त दुनिया को किसी न किसी महामारी से जूझना पड़ा है.

ज्योतिषाचार्य मदन गुप्ता सपाटू ने बताया कि साल 2020 राहु का साल है, इसलिए इस तरह का संकट पहले से ही तय था. उन्होंने कहा की एक और महत्वपूर्ण बात ये है कि इस साल में 6 ग्रहण आ रहे हैं, लेकिन उससे भी बड़ी बात ये है कि 30 दिनों में 3 ग्रहण लग रहे हैं.15 दिन पहले चंद्र ग्रहण लग चुका है और अब सूर्य ग्रहण लग रहा है. जिसके बाद एक और चंद्र ग्रहण लगने वाला है, इसलिए ये सूर्य ग्रहण खास हो जाता है.

उन्होंने कहा कि सूर्य ग्रहण के अपने प्रभाव है. उन्होंने बताया कि सूर्य ग्रहण के बाद जुलाई में देश कोरोना से थोड़ा उभरेगा, लेकिन कोरोना का संकटसितंबर तक कम होने की उम्मीद है.

सूर्य ग्रहण के वक्त क्या न करें?

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ग्रहण से पहले के काल को सूतक कहा जाता है और इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता. इस काल में कोई शादी ब्याह की बात नहीं की जाती. महिलाएं श्रृंगार नहीं करती. गर्भवती महिलाओं को भी कई नियमों का पालन करना होता है. ग्रहण के वक्त कुछ भी खाना नहीं होता और जो खाने की वस्तुएं घर में हैं, उन पर संक्रमित होने का खतरा होता है, इसलिए उनमें तुलसी का पत्ता डाला जाता है. आम आदमी को ग्रहण के वक्त बाहर नहीं निकलना चाहिए. ग्रहण को देखते वक्त भी सावधानियां बरतनी की जरूरत होती है.

ये भी पढ़िए: नहीं दिया ध्यान तो बूंद-बूंद को तरस जाएंगे, इसलिए इस बरसात करें जल संरक्षण

किस राशि पर पड़ेगा सूर्य ग्रहण का प्रभाव?

ज्योतिषाचार्य ने कहा कि वैसे तो ग्रहण के वक्त सब लोगों को सावधान रहने की जरूरत होती है, लेकिन इस बार ग्रहण मिथुन राशि में लग रहा है इसलिए मिथुन राशि के लोगों को ज्यादा सावधान रहना चाहिए. इसके अलावा कर्क और वृश्चिक राशि के लोगों पर भी इसके दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं.

चंडीगढ़: साल का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण 21 जून को लग रहा है. ज्योतिश शास्त्र के हिसाब से सूर्य ग्रहण का प्रभाव मानव, जीव-जंतु, वनस्पति, नदी, सागर सभी पर पड़ता है. ज्योतिष के अनुसार आपके जीवन पर इस सूर्य ग्रहण का क्या प्रभाव पड़ेगा, वो भी तब जब पूरा देश वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहा है. ये जानने के लिए ईटीवी भारत ने जाने माने ज्योतिषाचार्य मदन गुप्ता सपाटू से खास बातचीत की.

मदन गुप्ता सपाटू ने कहा कि महाभारत के वक्त से ही सूर्य ग्रहण एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है. महाभारत में जयद्रथ का वध भी सूर्य ग्रहण से ही जुड़ा हुआ है. आज से 5000 साल पहले भी हमारा विज्ञान इतना उन्नत था कि उन्हें इस तरह की सभी खगोलीय घटनाओं के बारे में पूरी जानकारी थी.

21 जून को लगेगा 2020 का सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण

सपाटू ने बताया कि इस वक्त दिन और शनि मकर राशि में है और जब ये दोनों मकर राशि में होते हैं तो ना सिर्फ किसी देश बल्कि पूरी दुनिया में कोई ना कोई महा संकट होता है. इससे पहले भी जब ये दोनों मकर राशि में आए उस वक्त दुनिया को किसी न किसी महामारी से जूझना पड़ा है.

ज्योतिषाचार्य मदन गुप्ता सपाटू ने बताया कि साल 2020 राहु का साल है, इसलिए इस तरह का संकट पहले से ही तय था. उन्होंने कहा की एक और महत्वपूर्ण बात ये है कि इस साल में 6 ग्रहण आ रहे हैं, लेकिन उससे भी बड़ी बात ये है कि 30 दिनों में 3 ग्रहण लग रहे हैं.15 दिन पहले चंद्र ग्रहण लग चुका है और अब सूर्य ग्रहण लग रहा है. जिसके बाद एक और चंद्र ग्रहण लगने वाला है, इसलिए ये सूर्य ग्रहण खास हो जाता है.

उन्होंने कहा कि सूर्य ग्रहण के अपने प्रभाव है. उन्होंने बताया कि सूर्य ग्रहण के बाद जुलाई में देश कोरोना से थोड़ा उभरेगा, लेकिन कोरोना का संकटसितंबर तक कम होने की उम्मीद है.

सूर्य ग्रहण के वक्त क्या न करें?

इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ग्रहण से पहले के काल को सूतक कहा जाता है और इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता. इस काल में कोई शादी ब्याह की बात नहीं की जाती. महिलाएं श्रृंगार नहीं करती. गर्भवती महिलाओं को भी कई नियमों का पालन करना होता है. ग्रहण के वक्त कुछ भी खाना नहीं होता और जो खाने की वस्तुएं घर में हैं, उन पर संक्रमित होने का खतरा होता है, इसलिए उनमें तुलसी का पत्ता डाला जाता है. आम आदमी को ग्रहण के वक्त बाहर नहीं निकलना चाहिए. ग्रहण को देखते वक्त भी सावधानियां बरतनी की जरूरत होती है.

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किस राशि पर पड़ेगा सूर्य ग्रहण का प्रभाव?

ज्योतिषाचार्य ने कहा कि वैसे तो ग्रहण के वक्त सब लोगों को सावधान रहने की जरूरत होती है, लेकिन इस बार ग्रहण मिथुन राशि में लग रहा है इसलिए मिथुन राशि के लोगों को ज्यादा सावधान रहना चाहिए. इसके अलावा कर्क और वृश्चिक राशि के लोगों पर भी इसके दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं.

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