चंडीगढ़: देश में सबसे साफ हवा वाले क्षेत्रों में शामिल है चंडीगढ़ शहर. लॉकडाउन के दौरान चंडीगढ़ की एयर क्वालिटी इंडेक्स-17 तक पहुंच गया था. जिससे चंडीगढ़ की हवा देश में सबसे साफ हवा के तौर पर दर्ज की गई थी, लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद चंडीगढ़ में प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है. इसलिए चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से कुछ ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं. जिससे चंडीगढ़ की हवा को साफ रखा जा सके.
प्रदूषण की वजह जानने के लिए बनाई स्ट्रैटजी
इस बारे में चंडीगढ़ पर्यावरण विभाग के निदेशक देवेंद्र दलाई ने बताया कि कई तरह की योजनाएं शुरू की जा रही हैं. जिसमें सबसे अहम है कि चंडीगढ़ में 5 पॉल्यूशन मॉनिटरिंग स्टेशन लगाए जाएंगे. जो अपने अपने इलाके कि हवा में प्रदूषण के स्तर को हर 15 सेकंड में अपडेट करेंगे. जिससे हमें हर जगह के प्रदूषण का स्तर लगातार पता चलता रहेगा. अगर किसी जगह पर प्रदूषण बढ़ेगा तो तुरंत इस बात की जांच की जाएगी कि वहां पर प्रदूषण क्यों बढ़ रहा है.
पांचों पॉल्युशन मॉनिटरिंग स्टेशन अलग-अलग जगहों पर लगाए जाएंगे. जैसे एक स्टेशन इंडस्ट्री एरिया, एक स्टेशन कमर्शियल एरिया और एक स्टेशन रेजिडेंशियल जगह पर लगाया जाएगा. जिससे हमें अलग-अलग जगहों का डाटा मिलेगा. उन्होंने कहा कि स्टेशन लगाने के अलावा चंडीगढ़ प्रशासन एक और योजना पर काम कर रहा है. जिसके तहत आंकड़े मिलने के बाद हम इस बात पर गौर करेंगे कि जिस जगह पर प्रदूषण बढ़ रहा है वह किस वजह से बढ़ रहा है.
कमर्शियल-रेजिडेंशियल में रखी जाएगी निगरानी
उन्होंने कहा कि उदाहरण के लिए अगर कमर्शियल या रेजिडेंशियल एरिया में वाहनों की वजह से प्रदूषण बढ़ रहा होगा तो उस जगह से ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया जाएगा ताकि वहां पर बढ़े प्रदूषण के स्तर को फिर से कम किया जा सके. अगर इंडस्ट्री एरिया में प्रदूषण बढ़ रहा होगा तो वह किस फैक्ट्री की वजह से बढ़ रहा है. यह भी देखा जाएगा और वहां पर भी प्रदूषण को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.
देवेंद्र दिल्ली में बताया कि चंडीगढ़ में 45 फ़ीसदी हरियाली है. जिस वजह से यहां पर प्रदूषण का स्तर दूसरे शहरों के मुकाबले में काफी कम रहता है. लेकिन हवा को साफ बनाए रखना भी बड़ी चुनौती है . इसके लिए नए पॉल्यूशन मॉनिटरिंग सिस्टम काफी कारगर साबित होंगे.
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