चंडीगढ़: चंडीगढ़ पीजीआई में कैंसर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. साल 2011 से लेकर साल 2018 तक पीजीआई में आए कैंसर के मरीजों की बात करें तो उस में इजाफा दर्ज किया गया है. पुरुषों में मुंह और गले का कैंसर सबसे ज्यादा हो रहा है और उसके बाद लंग कैंसर का नंबर आता है, जबकि महिलाओं को स्तन कैंसर अपनी चपेट में ले रहा है. ये कहना है चंडीगढ़ पीजीआई के रेडियोथेरेपी विभाग की अध्यक्षा प्रोफेसर सुष्मिता घोषाल का.
बता दें कि 4 फरवरी को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय कैंसर दिवस के तौर पर मनाया जाता है. इस मौके पर चंडीगढ़ पीजीआई के कई स्पेशलिस्ट ने कैंसर को लेकर बात की. जिसमें रेडियोथैरेपी विभाग की प्रोफेसर सुष्मिता घोषाल ने बताया कि चंडीगढ़ पीजीआई में साल दर साल आने वाले कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. साल 2011 में पीजीआई में 5465 कैंसर के मरीज आए थे, जो 2012 में बढ़कर 5804 तक पहुंच गए.
साल और कैंसर पुरुष मरीजों की संख्या
- 2013 में 6622 मरीज
- 2014 में 7079 मरीज
- 2015 में 7439 मरीज
- 2016 में 6587 मरीज
- 2017 में 7330 मरीज
- 2018 में 8024 मरीज
साल 2011 से साल 2018 के बीच पुरुषों में पाए जाने वाले
- कैंसर गले और मुह काआ कैंसर - 7583 मरीज
- लंग कैंसर- 3764 मरीज
- ब्लड कैंसर - 2879 मरीज
- खाने की नली का कैंसर- 1989 मरीज
- ब्रेन कैंसर- 1639 मरीज
- यूरिन कैंसर - 1066 मरीज
- प्रॉस्टेट कैंसर- 888 मरीज
- गॉल ब्लैडर कैंसर- 817 मरीज
- पेट का कैंसर - 725 मरीज
- बड़ी आँत का कैंसर - 554 मरीज
महिलाओं में सबसे ज्यादा पाई जाने वाले कैंसर 2011 से 2018
- ब्रेस्ट कैंसर- 5384 मरीज
- सर्विक्स कैंसर- 3708 मरीज
- ओवरी कैंसर- 1715 मरीज
- ब्लड कैंसर -1704 मरीज
- गले और मुंह का कैंसर -1532 मरीज
- गोल ब्लैडर का कैंसर -1442
- खाने की नली का कैंसर -1392 मरीज
- गर्भाशय का कैंसर -988 मरीज
- ब्रेन कैंसर - 940 मरीज
- लंग कैंसर - 913 मरीज
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आपको बता दें चंडीगढ़ पीजीआई में हरियाणा, पंजाब और हिमाचल से कैंसर के सबसे ज्यादा मरीज आते हैं और चंडीगढ़ पीजीआई पर इन तीन राज्यों के मरीजों का सबसे ज्यादा बाहर है, इसलिए चंडीगढ़ पीजीआई इस तरह के कई कार्यक्रम चला रहा है. जिनसे लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जा सके ताकि कैंसर के मरीजों की संख्या घटाई जा सके.