चंडीगढ़: मार्च महीने के दूसरे गुरुवार को दुनिया भर में वर्ल्ड किडनी डे के तौर पर मनाया जाता है. दुनिया भर में स्वास्थ्य संगठन और संस्थाएं लोगों को किडनी की बीमारियों को लेकर जागरूक करती हैं. चंडीगढ़ पीजीआई में भी इस दिन को खास तरह से मनाया गया.
नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. एचएस कोहली ने बताया कि वर्ल्ड किडनी डे के मौके पर चंडीगढ़ पीजीआई की ओर से एक वेबसाइट को लॉन्च किया गया. जिसमें किडनी ट्रांसप्लांट करवाने वाले मरीज और किडनी दान देने वाले लोग रजिस्टर कर सकते हैं. जिन मरीजों को उनके परिवार के सदस्यों की किडनी नहीं प्रतिरोध की जा सकती ऐसे मरीजों को दूसरे लोग किडनी दे पाएंगे और उस मरीज के रिश्तेदार दूसरे लोगों के मरीजों को अपनी किडनी दे पाएंगे.
उन्होंने कहा कि ये तकनीक पहले से जारी है, लेकिन अब वेबसाइट होने की वजह से लोग यहां पर आसानी से रजिस्टर कर पाएंगे और किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सही डोनर आसानी से मिल पाएगा. उन्होंने कहा कि सही समय पर किडनी ट्रांसफर होने से बहुत से लोगों की जान बचाई जा सकेगी. इस वेबसाइट का नाम है www.indiakpd.com यानी किडनी पेयर्ड डोनेशन.
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डॉ. एचएस कोहली ने बताया कि हर साल किडनी डे एक थीम पर मनाया जाता है. इस बार की थीम है 'लिविंग वेल विद किडनी डिजीज'. यानी हम लोगों को ये संदेश देना चाहते हैं कि लोग किडनी की बीमारियों के साथ भी बेहतरीन जिंदगी जी सकते हैं, क्योंकि जब किसी का किडनी फेलियर होता है तो उसे लगता है कि उसकी दुनिया खत्म हो चुकी है अब वो कभी भी अच्छी जिंदगी नहीं जी पाएगा, लेकिन ऐसा नहीं है.
क्या ज्यादा पानी पीना किडनी के लिए खतरनाक है?
डॉ. एचएस कोहली ने बताया कि आमतौर पर ये धारणा है कि अगर ज्यादा पानी पिया जाए तो किडनी सुरक्षित रहती है, लेकिन ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा कि ज्यादा पानी पीना भी किडनी के लिए हानिकारक साबित हो सकता है, क्योंकि हम जितना भी पानी पीते हैं किडनी उसे फिल्टर करने का काम करती है. अगर हम ज्यादा पानी पियेंगे तो किडनी को भी ज्यादा काम करना पड़ेगा, इसलिए हमें उतना ही पानी पीना चाहिए जितनी हमें प्यास लगती है. जबरदस्ती ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए.