चंडीगढ़ सेक्टर-25 में शुक्रवार को टैक्सी ड्राइवरों ने भूख हड़ताल की. ट्राइसिटी के लगभग 8 हजार टैक्सी चालकों ने हड़ताल के समर्थन में काम बंद रखा. जिससे आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. टैक्सी यूनियन के सदस्यों का कहना है कि जबतक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. सुरक्षा की मांग को लेकर ड्राइवर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीते तीन महीनों में दो कैब ड्राइवरों की हत्या कर दी. इन दोनों ही मामलों में पुलिस खाली हाथ है.
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सुरक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन: दोनों ही मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कैब और ऑटो-रिक्शा चालकों ने हड़ताल का फैसला किया. इस मामले को लेकर कैब ऑटो यूनियन फ्रंट ने सेक्टर-25 में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है. यूनियन फ्रंट मोर्चे के पांच नेता भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं, जबकि अन्य सदस्यों ने समर्थन में कैब और ऑटो-रिक्शा सेवाएं ठप कर दी हैं. यूनियन के नेतओं ने कहा कि शहर में बाहरी टैक्सियों की संख्या बढ़ गई है. जिससे वारदात भी बढ़ रही है.
मौजूदा समय में ट्राइसिटी में लगभग 8,000 कैब्स चलती हैं, जो ना सिर्फ पेशेवरों, छात्रों, वरिष्ठ नागरिकों, पर्यटकों आदि को सेवा प्रदान करते हैं, बल्कि सरकारी ऑफिसर्स और बाहर से आने वाले लोगों के लिए भी मददगार है. हड़ताल पर बैठे यूनियन के नेताओं के मुताबिक चंडीगढ़ में दिल्ली से लेकर उत्तराखंड की टैक्सियां चल रही हैं. जिसकी वजह से क्राइम की घटनाएं भी बढ़ रही हैं, अगर किसी सवारी के साथ कुछ गलत होता है तो वो उसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे.
कैब ऑटो यूनियन फ्रंट यूनियन के मुताबिक मुल्लांपुर में कैब ड्राइवर धर्मपाल की हत्या कर दी गई थी. 31 जुलाई को 35 वर्षीय धर्मपाल पर लुटेरे ने चाकू मारकर हत्या कर दी, इसके बाद वो धर्मपाल की कार लेकर भागने की फिराक में था. वहीं 3 मई को मोहाली के निजी अस्पताल के दो कर्मचारियों ने सवारी बुक करने के बाद एक कैब ड्राइवर की चाकू मारकर हत्या कर दी थी और वाहन लेकर भागने से पहले उसके शव को सीवर के मैनहोल में फेंक दिया था. ऐसे में प्रशासन को हमारी मांगों को लेकर विचार करना चाहिए. जब तक प्रशसन हमारी मांगे नहीं मानता तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगी.