चंडीगढ़: हरियाणा में इन दोनों प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) इन दिनों एक्टिव मोड में है. करोड़ों रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने दिल्ली के व्यवसायी चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर मंगलवार को पंचकूला कोर्ट में पेश किया था. कोर्ट में पेश कर ईडी ने व्यवसायी चंद्रशेखर को 7 दिन की रिमांड पर लिया है. NHIIDC और NHAI द्वारा लैंड एक्वायर करने में करोड़ों रुपये की हेरा फेरी का मामला है.
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बता दें कि, NHIIDC ने 2010-11 में जमीन एक्वायर की थी. उसके बदले 203 करोड़ रुपये किसानों को देने के लिए सेक्टर- 11 इंडसइंड बैंक में 173 करोड़ रुपये और बरवाला के एचडीएफसी बैंक में 30 करोड़ रुपये डीआरओ के नाम खाता खुलवाकर जमा करवाए थे. 2012 में इंडसइंड बैंक से 19 करोड़ रुपये दिल्ली के पीएनबी बैंक में डीआरडीओ के नाम खाता खुलवा कर ट्रांसफर किए गए थे. उनमें से 17.89 करोड़ उन लोगों के खाते में ट्रांसफर किए गए, जिनका कोई लेना-देना नहीं था.
जानकारी के अनुसार, पंचकूला-यमुनानगर हाईवे के लिए जमीन एक्वायर करने के दौरान 2012-13 में NHAI ने 579 करोड़ रुपये सेक्टर- 8 के इंडसइंड बैंक में डीआरओ के नाम से खोले गए खाते में जमा करवाए गए थे. सेक्टर- 8 पीएनबी बैंक में मार्च 2013 को डीआरडीओ के नाम से नया खाता खुलवाकर 495 करोड़ रुपये इंडसइंड बैंक में ट्रांसफर किए गए थे. इसमें से 20 करोड़ रुपये उन कंपनियों के बैंकों के खाते में ट्रांसफर किए गए जिनकी जमीन एक्वायर नहीं की गई थी.
वहीं, विजिलेंस जांच में सामने आया था कि पंचकूला के पूर्व डीआरओ नरेश श्योकंद ने व्यवसायी चंद्रशेखर के साथ मिलकर पंचकूला से लेकर दिल्ली तक कई खाते खुलवाए थे. NHIIDC और NHAI के करोड़ों रुपये गबन करने की नियत से ट्रांसफर किए गए और चंद्रशेखर ने अपने रिश्तेदारों के बैंक खाते में लाखों रुपये ट्रांसफर किया और फिर उन खातों से कैश निकलवाया. फिलहाल ईडी की टीम अब 7 दिन के रिमांड के दौरान व्यवसायी चंद्रशेखर से पूछताछ करेगी. पूछताछ के दौरान कई और खुलासे होने की संभावना है.