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बीजेपी के लिए दिल्ली में संजीवनी साबित हो सकती है जेजेपी?

हरियाणा में बीजेपी की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. खबर है कि बीजेपी हरियाणा के सियासी समीकरण को भी दिल्ली में साधने की कोशिश करेगी.

BJP trying to apply Haryana's political equation in Delhi
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (फाइल फोटो)
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Published : Dec 29, 2019, 11:40 AM IST

चंडीगढ़/नई दिल्ली: हरियाणा में मनोहर लाल को मुख्यमंत्री बनाने में जिस तरह ऐन वक्त पर जेजेपी ने बीजेपी का साथ दिया. उससे लगता है कि दिल्ली में भी बीजेपी उसी समीकरण को साधने की कोशिश करेगी. ख़बर है कि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी दिल्ली की जाट बाहुल्य क्षेत्रों की सीटें जेजेपी को दे सकती है.

पहली बार जेजेपी के साथ होगा गठबंधन!
दिल्ली में बीजेपी अगर जेजेपी को जाट बाहुल्य इलाकों की सीटें देती है तो इसके नतीजे अच्छे आ सकते हैं. जिस तरह जननायक जनता पार्टी ने हरियाणा में बीजेपी की डूबती नैय्या पार लगाई, उसी तरह दिल्ली में भी जेजेपी कुछ हद तक बीजेपी की मददगार साबित हो सकती है. हालांकि राजनीति में कब क्या हो जाए ये कहना मुश्किल है.

बीजेपी के लिए दिल्ली में संजीवनी साबित हो सकती है जेजेपी?

दिल्ली में 10 सीटें हैं जाट बाहुल्य
बता दें कि दिल्ली के तीन संसदीय क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाली 10 विधानसभा सीटें जाट बाहुल्य हैं. इन सीटों पर पहले भी राजनीतिक पार्टियां जाट प्रत्याशियों को ही मैदान में उतारती रही हैं. सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी सरकार ने भी जब पहली बार चुनाव लड़ा तब उन सीटों पर जाट प्रत्याशियों को ही टिकट दिया और सभी ने जीत भी हासिल की. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कभी भी अधिसूचना जारी हो सकती है ऐसे में पार्टी समीकरण बनाने में गंभीरता से जुटी हुई है.

ये भी पढ़ें:हेमंत सोरेन की ताजपोशी आज, शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे कई दिग्गज

बीजेपी ने प्रवेश वर्मा का नाम किया था आगे
बता दें कि पिछले दिनों बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सार्वजनिक तौर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपनी उपलब्धि पर चर्चा के लिए भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा का नाम आगे किया था.

इसको लेकर जहां एक तरफ यह चर्चा शुरू हो गई कि क्या प्रवेश वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर पार्टी के प्रत्याशी होंगे? तो दूसरी तरफ यह भी चर्चा है कि प्रवेश वर्मा दिल्ली से इकलौते जाट सांसद हैं. बीजेपी उनके नाम को आगे कर जाट वोट बैंक को भी मजबूती से अपने पक्ष में करना चाहती हैं.

ये भी पढ़ें:INLD को खत्म करने वाली जेजेपी खुद 6 महीनों में खत्म हो जाएगी- अभय चौटाला

चंडीगढ़/नई दिल्ली: हरियाणा में मनोहर लाल को मुख्यमंत्री बनाने में जिस तरह ऐन वक्त पर जेजेपी ने बीजेपी का साथ दिया. उससे लगता है कि दिल्ली में भी बीजेपी उसी समीकरण को साधने की कोशिश करेगी. ख़बर है कि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी दिल्ली की जाट बाहुल्य क्षेत्रों की सीटें जेजेपी को दे सकती है.

पहली बार जेजेपी के साथ होगा गठबंधन!
दिल्ली में बीजेपी अगर जेजेपी को जाट बाहुल्य इलाकों की सीटें देती है तो इसके नतीजे अच्छे आ सकते हैं. जिस तरह जननायक जनता पार्टी ने हरियाणा में बीजेपी की डूबती नैय्या पार लगाई, उसी तरह दिल्ली में भी जेजेपी कुछ हद तक बीजेपी की मददगार साबित हो सकती है. हालांकि राजनीति में कब क्या हो जाए ये कहना मुश्किल है.

बीजेपी के लिए दिल्ली में संजीवनी साबित हो सकती है जेजेपी?

दिल्ली में 10 सीटें हैं जाट बाहुल्य
बता दें कि दिल्ली के तीन संसदीय क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाली 10 विधानसभा सीटें जाट बाहुल्य हैं. इन सीटों पर पहले भी राजनीतिक पार्टियां जाट प्रत्याशियों को ही मैदान में उतारती रही हैं. सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी सरकार ने भी जब पहली बार चुनाव लड़ा तब उन सीटों पर जाट प्रत्याशियों को ही टिकट दिया और सभी ने जीत भी हासिल की. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कभी भी अधिसूचना जारी हो सकती है ऐसे में पार्टी समीकरण बनाने में गंभीरता से जुटी हुई है.

ये भी पढ़ें:हेमंत सोरेन की ताजपोशी आज, शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे कई दिग्गज

बीजेपी ने प्रवेश वर्मा का नाम किया था आगे
बता दें कि पिछले दिनों बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सार्वजनिक तौर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपनी उपलब्धि पर चर्चा के लिए भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा का नाम आगे किया था.

इसको लेकर जहां एक तरफ यह चर्चा शुरू हो गई कि क्या प्रवेश वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर पार्टी के प्रत्याशी होंगे? तो दूसरी तरफ यह भी चर्चा है कि प्रवेश वर्मा दिल्ली से इकलौते जाट सांसद हैं. बीजेपी उनके नाम को आगे कर जाट वोट बैंक को भी मजबूती से अपने पक्ष में करना चाहती हैं.

ये भी पढ़ें:INLD को खत्म करने वाली जेजेपी खुद 6 महीनों में खत्म हो जाएगी- अभय चौटाला

Intro:- एक्सक्लुसिव -

नई दिल्ली. हरियाणा में भाजपा की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण साबित हुई जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं. हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाने में जिस तरह ऐन समय पर दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जननायक जनता पार्टी ने समर्थन दिया, आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा दिल्ली की जाट बहुल इलाकों में जेजेपी को भी सीट देने पर विचार कर रही है.


Body:दिल्ली में पहली बार जेजेपी के साथ होगा गठबंधन

दिल्ली में भाजपा अगर जेजेपी को सीट देती है तो जाट बहुल सीटों पर इसके अच्छे नतीजे आ सकते हैं. जिस तरह जननायक जनता पार्टी ने हरियाणा में भाजपा की डूबती नैया को पार लगाया दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा जननायक जनता पार्टी को साथ में लेकर उसे दिल्ली की सक्रिय राजनीति में लाकर कुछ हद तक बदला उतार सकती है.

आने वाले समय में मजबूती से अन्य राज्यों में भी चुनाव लड़ने के संकेत

मकसद साफ है कि दोनों ही पार्टी आने वाले समय में मजबूती के साथ आगे अपना वर्चस्व दिखाने की कोशिश में जुटी हुई है. दिल्ली के तीन संसदीय क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले 10 सीटें जाट बहुल वाले हैं. इन सीटों पर पहले भी राजनीतिक दल जाट प्रत्याशियों को ही मैदान में उतारती रही है. सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी सरकार ने भी जब पहली बार चुनाव लड़ा तब उन सीटों पर जाट प्रत्याशियों को ही टिकट दिया. सभी विजय भी रहे.

गंभीरता से चल रहा मंथन

प्रदेश भाजपा हरियाणा में बने नए समीकरण को दिल्ली में भी साधने के लिए जेजेपी के टिकट से कुछ प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतरे, ऐसा करने को तैयार है. जिससे कि दोनों का भला हो सकता है. इस पर गंभीरता से मंथन चल रहा है. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कभी भी अधिसूचना जारी हो सकती है ऐसे में पार्टी समीकरण बनाने में गंभीरता से जुटी हुई है.


Conclusion:बता दें कि पिछले दिनों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सार्वजनिक तौर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपनी उपलब्धि पर चर्चा के लिए भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा का नाम आगे किया था. इसको लेकर जहां एक तरफ यह चर्चा शुरू हो गई कि क्या प्रवेश वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर पार्टी के प्रत्याशी होंगे? तो दूसरी तरफ यह भी चर्चा है कि प्रवेश वर्मा दिल्ली से इकलौते जाट सांसद हैं. भाजपा उनके नाम को आगे कर जाट वोट बैंक को भी मजबूती से अपने पक्ष में करना चाहती हैं.

समाप्त, आशुतोष झा
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