चंडीगढ़: पिछले कुछ समय में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल लगातार विधायक दल की बैठक कर रहे हैं. वे न सिर्फ अपनी पार्टी के विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं बल्कि सत्ता में सहयोगी जेजेपी और सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायकों के साथ भी विकास कार्यों को लेकर चर्चा कर रहे हैं. वहीं, इन बैठकों में सरकार द्वारा चलाई जा रही जनहितैषी योजना का भी फीडबैक विधायकों से मुख्यमंत्री ले रहे हैं. साथ ही इन योजनाओं में कहीं कोई कमी या सुधार की जरूरत है तो उस पर भी बातचीत कर रहे हैं.
मंगलवार को इस साल की पहली विधायक दल की बैठक हुई थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा था कि इन बैठकों के जरिए विधायकों का सरकार की योजनाओं को लेकर फीडबैक लिया जा रहा है. क्योंकि विधायक सीधे लोगों से जुड़े होते हैं इसलिए उनका फीडबैक अहम रहता है. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने भी साफ कर दिया कि 15 दिन बाद फिर विधायक दल की बैठक होगी. जो इस बात को बताती है कि सरकार अपनी योजनाओं को लेकर गंभीर है, और जमीनी स्तर पर उन योजनाओं पर कैसे कार्य चल रहा है उसको लेकर भी संजीदा है. (CM Manohar Lal Meeting with BJP MLA)
क्या कहते हैं राजनीतिक विशेषज्ञ: विधायक दल की बैठक में पिछले काफी समय से लगातार हो रही है ऐसे में सवाल उठता है कि सरकार क्यों लगातार इस तरह की बैठकर कर रही है? इसको लेकर राजनीतिक मामलों के जानकार प्रोफेसर गुरमीत सिंह कहते हैं कि विधायक सरकार से ज्यादा लोगों के बीच सीधे जुड़े होते हैं. लोग भी उनके ज्यादा संपर्क में होते हैं तो ऐसे में सरकार जो कार्य कर रही है उसके बारे में जनता का क्या फीडबैक है, उसकी उन्हें ज्यादा जानकारी रहती है. वे कहते हैं कि मुख्यमंत्री इस बात को जानते हैं कि सरकार लगातार जन हितेषी योजनाओं पर कार्य कर रही है. ऐसे में उन योजनाओं का लाभ लोगों को मिल पा रहा या नहीं या उन्हें कोई दिक्कत है आ रही है, और जनता इसको लेकर क्या सोचती है, उसका फीडबैक लेने के लिए भी इस तरह की बैठक करते हैं और यह बात विधायकों से बेहतर कोई अन्य नहीं बता सकता. (BJP and JJP MLAs meeting in Chandigarh)
वहीं, सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों को लेकर जनता का क्या रुख है इस बात का भी सीधा पता विधायकों के जरिए सरकार को चलता है. वे कहते हैं कि हरियाणा सरकार पिछले काफी समय से डिजिटल माध्यम से योजनाओं को जनता को पहुंचाने का काम कर रही है. वहीं, डिजिटल माध्यम की वजह से लोगों को ग्रामीण क्षेत्रों में दिक्कत है, जिसकी जानकारी विधायकों के जरिए सरकार को पता चल जाती है. जिसे सरकार लोगों को आ रही समस्याओं का समाधान करने के लिए कार्य करती है.
जहां तक इसके पीछे की राजनीति का सवाल है तो इसको लेकर प्रोफेसर गुरमीत सिंह कहते हैं कि सत्ता में जो दल होता है उसकी यह कोशिश रहती है कि जनता फिर से उसे सत्ता में वापस लाए. इसलिए लोगों का फीडबैक जाना सरकार के लिए अहम हो जाता है. क्योंकि जो योजनाएं जनता के लिए बनाई जा रही है, वह जनता तक पहुंच पा रही है या नहीं, अगर सरकार उसको नजरअंदाज करती है तो फिर लोगों की नाराजगी भी झेलनी पड़ती है. ऐसे में यह जरूरी है कि लगातार इसको लेकर फीडबैक सरकार लेती रहे.
वहीं, प्रोफेसर गुरमीत सिंह कहते हैं कि विपक्ष लगातार सरकार पर पोर्टल की सरकार का आरोप लगाता रहता है. क्योंकि वर्तमान सरकार ने ज्यादातर लोगों के कार्यों को पोर्टल के माध्यम से उन तक पहुंचाने का काम किया है. वे कहते हैं कि हरियाणा ग्रामीण परिवेश का राज्य है और ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में लोग तकनीकी तौर पर इतने दक्ष नहीं है कि वह इस बदलाव को जल्दी से आत्मसार कर ले. इसलिए सरकार बार-बार प्रयास कर रही है कि इस संबंध में लोगों को जो दिक्कतें आ रही है, उनका अधिकारी भी जल्द से जल्द समाधान कर ले. ऐसे में सरकार विधायकों के माध्यम से इन समस्याओं के बारे में जानकारी लेकर उसके निदान के लिए कार्य कर लोगों की दिक्कतों को दूर करने का प्रयास करती हुई दिखाई देती है. (Haryana Assembly Election)
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