चंडीगढ़: एक तरफ कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omiron in haryana) का खतरा मंडरा रहा है और दूसरी ओर सरकार इसके लिए गंभीर नहीं है. स्वास्थ्य मंत्री कह रहे हैं कि स्वास्थ्य विभाग हर आपदा के लिए पूरी तरह से तैयार है, लेकिन असलियत कुछ और है. स्वास्थ्य विभाग में सुविधाओं की बात तो छोड़ ही दीजिए विभाग के पास पूरे कर्मचारी तक नहीं है तो विभाग कैसे किसी आपदा का सामना कर सकता है. ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) का.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा बुधवार को चंडीगढ़ स्थित अपने निवास स्थान पर पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में विशेषज्ञ डॉक्टरों के 17 फीसदी पद तो खाली पड़े हैं. प्रदेश में विशेषज्ञ डॉक्टरों की जरूरत है. इस समय मात्र 669 डॉक्टर ही मौजूद हैं. वहीं 13 जिलों में रेडियोलॉजिस्ट, 11 जिलों में बायोकेमिस्ट्री, 10 जिलों में मेडिसन, 9 जिलों में फार्मेसिस्ट, 7 जिलों में छाती एवं त्वचा रोग विशेषज्ञ, 6 जिलों में मनोरोग विशेषज्ञ 5 जिलों में ईएनटी, 3-3 जिलों में गायनी, चाइल्ड स्पेशलिस्ट, हड्डी रोग विशेषज्ञ, 1 जिले में एनएसथीसिया और पैथोलॉजी का एक भी सर्जन नहीं है.
हुड्डा ने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में 10 हजार पद खाली पड़े हैं. सरकार अभी तक ये बता नहीं पाई है कि प्रदेश में ऑक्सीजन की स्थिति क्या है. क्योंकि दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से बहुत से लोगों की जान गई थी. तब भी सरकार ने कहा था कि ऑक्सीजन की कमी से किसी भी मरीज की जान नहीं गई. इसके अलावा सरकार ने यह भी वादा किया था कि इसकी जांच के लिए एक हाईप्रोफाइल कमेटी बनाई जाएगी जो आज तक नहीं बनी, ना ही किसी प्रकार की जांच की गई.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भर्ती घोटाले को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार हमेशा एक ही बात कहती है कि भर्ती घोटालों के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी को बख्शा नहीं जाएगा. अगर सरकार सच में जांच ईमानदारी से करवाना चाहती है तो जांच हाईकोर्ट की सेटिंग जज या सीबीआई से क्यों नहीं करवाती. हम भी इसी मांग को लगातार उठा रहे हैं, लेकिन सरकार ऐसा क्यों नहीं करना चाहती. इसी बात से सरकार की मंशा साफ हो जाती है.
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हुड्डा ने कहा कि हालांकि सरकार ने एचपीएससी घोटाले के मुख्य आरोपी अनिल नागर को बर्खास्त जरूर किया है, लेकिन इससे कुछ नहीं होगा. क्योंकि सरकार की आड़ में प्रदेश में नौकरियां बेचने की दुकानदारी चल रही है. सरकार ने सेल्समैन के खिलाफ तो कार्रवाई कर दी, लेकिन दुकान के मालिक अभी भी बाहर घूम रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक सरकार इस मामले में चेयरमैन को नहीं हटाती तब तक ये जांच सही तरीके से नहीं हो सकती.
बता दें कि, आज चंडीगढ़ में हरियाणा कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई थी. जिसके बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने निवास स्थान पर प्रेसवार्ता करके सरकार को घेरा. बैठक की बात करें तो बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विधायक दल की बैठक बुलाई थी. जिसमें कई मुद्दों को लेकर चर्चा की गई. साथ ही इस बारे में भी चर्चा की गई कि आगामी हरियाणा विधानसभा शीतकालीन सत्र में कौन-कौन से मुद्दे को उठाया जाएगा. बैठक के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश सरकार पर भर्ती घोटाले, बेरोजगारी, स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर निशाना साधा.
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