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'बीजेपी की वर्चुअल रैली से लोगों में बढ़ सकता है कोरोना संक्रमण का खतरा'

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि आज जनता के बीच सैनिटाइजर और मास्क बांटना जरूरी है, ना कि राजनीतिक रैलियों के पर्चे. उन्होंने कहा कि बीजेपी कोरोना संक्रमण के बीच भी अपनी राजनीति चमकाने में लगी हुई है.

bhupinder singh hooda  on haryana virtual rally
bhupinder singh hooda on haryana virtual rally
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Published : Jun 14, 2020, 10:09 PM IST

चंडीगढ़: नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी की वर्चुअल रैलियों पर एक बार फिर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि डिजिटल माध्यम से संवाद पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. सरकार ही नहीं, तमाम नेता आज तकनीक के ज़रिए लोगों और मीडिया से संवाद कर रहे हैं, लेकिन संक्रमण के दौर में राजनीतिक प्रचार के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठी करना और उनकी जान जोखिम में डालना गलत है.

उन्होंने कहा कि जिस तरह से केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया ने बोला कि वो वर्चुअल रैलियों में 700 से 750 लोगों को इकट्ठा करेंगे और जिस तरह करनाल से बीजेपी सांसद ने कुछ दिन पहले गोहाना में लोगों की भीड़ इकट्ठा की. वहीं सरकार के मंत्री लोगों का मजमा लगाए नज़र आए, ऐसा करना संक्रमण के दौर में खतरनाक हो सकता है.

हुड्डा ने कहा कि अगर प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी का यही रवैया रहा तो दिल्ली, मुंबई या गुजरात जैसे हालात हरियाणा में भी हो सकते हैं. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि विपक्ष में होने के बावजूद हम इस कोरोना काल में किसी तरह का राजनीतिक आयोजन फिलहाल नहीं कर रहे हैं, क्योंकि अपनी राजनीति चमकाने के लिए लोगों की जान से खिलवाड़ सही नहीं है.

हुड्डा ने कहा, 'मेरा मानना है कि आज संक्रमण रोकने के लिए लोगों के बीच मास्क और सैनिटाइजर बांटने की ज़रूरत है, ना कि पार्टी प्रचार के लिए पर्चे बांटने की. आज कोरोना की जांच के लिए टैस्टिंग कैंप आयोजित करने की ज़रूरत है, ना कि राजनीतिक रैलियों की'.

चंडीगढ़: नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी की वर्चुअल रैलियों पर एक बार फिर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि डिजिटल माध्यम से संवाद पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. सरकार ही नहीं, तमाम नेता आज तकनीक के ज़रिए लोगों और मीडिया से संवाद कर रहे हैं, लेकिन संक्रमण के दौर में राजनीतिक प्रचार के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठी करना और उनकी जान जोखिम में डालना गलत है.

उन्होंने कहा कि जिस तरह से केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया ने बोला कि वो वर्चुअल रैलियों में 700 से 750 लोगों को इकट्ठा करेंगे और जिस तरह करनाल से बीजेपी सांसद ने कुछ दिन पहले गोहाना में लोगों की भीड़ इकट्ठा की. वहीं सरकार के मंत्री लोगों का मजमा लगाए नज़र आए, ऐसा करना संक्रमण के दौर में खतरनाक हो सकता है.

हुड्डा ने कहा कि अगर प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी का यही रवैया रहा तो दिल्ली, मुंबई या गुजरात जैसे हालात हरियाणा में भी हो सकते हैं. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि विपक्ष में होने के बावजूद हम इस कोरोना काल में किसी तरह का राजनीतिक आयोजन फिलहाल नहीं कर रहे हैं, क्योंकि अपनी राजनीति चमकाने के लिए लोगों की जान से खिलवाड़ सही नहीं है.

हुड्डा ने कहा, 'मेरा मानना है कि आज संक्रमण रोकने के लिए लोगों के बीच मास्क और सैनिटाइजर बांटने की ज़रूरत है, ना कि पार्टी प्रचार के लिए पर्चे बांटने की. आज कोरोना की जांच के लिए टैस्टिंग कैंप आयोजित करने की ज़रूरत है, ना कि राजनीतिक रैलियों की'.

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