चंडीगढ़: एचपीएससी भर्ती घोटाला (HPSC Recruitment Scam) के विरोध में हरियाणा कांग्रेस ने आज चंडीगढ़ में प्रदर्शन (Haryana Congress Protest in Chandigarh) किया. नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कई कांग्रेसी विधायकों ने एचपीएससी भर्ती घोटाले की जांच को लेकर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में कई भर्ती घोटाले सामने आ चुके हैं, लेकिन सरकार किसी भी घोटाले की जांच करने को लेकर गंभीर नहीं है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार इन घोटालों की जांच तक नहीं करवाना चाहती. इसलिए हमने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को एक ज्ञापन सौंपा (Bhupinder Hooda memorandum to Haryana Governor) है. जिसमें हमने उनसे इन मामलों की हाई कोर्ट के सीटिंग जज से जांच करवाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने हमारे ज्ञापन को अच्छी तरह से पढ़ा और इस बारे में अच्छे ढंग से बातचीत की.
हुड्डा ने कहा कि उन्होंने हमें ज्ञापन पर कार्रवाई करने और इन मामलों की निष्पक्ष जांच कराने की बात भी कही है. हमने राज्यपाल के सामने एचपीएससी को हटाने की मांग भी की है. एचपीएससी एक संवैधानिक संस्था है, इसलिए उसे हटाने के लिए सावधानी तरीके से कार्रवाई शुरू करने की मांग की है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल ने हमें हमारी मांगों पर उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है. गौरतलब है कि विजिलेंस ब्यूरो ने HPSC की ओर से ली जाने वाली डेंटल सर्जन भर्ती की परीक्षा के दौरान ओएमआर शीट खाली छोड़ने वालों का चयन करने का खुलासा किया था. 17 नवंबर को भिवानी निवासी नवीन पंचकूला में 20 लाख रुपये लेते पकड़ा गया था. वहीं से इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ.
इसके बाद विजिलेंस ब्यूरो ने HPSC के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर के असिस्टेंट अश्विनी के झज्जर स्थित घर में रेड मारकर एक करोड़ आठ लाख रुपये बरामद किए. तब अश्विनी ने ही खुलासा किया कि इसमें से 90 लाख रुपये अनिल नागर के हैं. इसके बाद विजिलेंस के कहने पर अश्विनी HPSC हैडक्वार्टर में बैठने वाले वर्ष 2016 बैच के एचसीएस अधिकारी अनिल नागर को उनके दफ्तर में 90 लाख रुपए देने पहुंचा. जैसे ही अनिल नागर ने कैश लिया, विजिलेंस ने उसे पकड़ लिया.
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat App