चंडीगढ़: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) की अध्यक्षता में बीते शनिवार को जीएसटी काउंसिल की बैठक (GST Council Meeting) हुई थी. इस बैठक में कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं पर जीएसटी की दरें घटाने के साथ-साथ कई अहम फैसले लिए गए थे. वहीं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जीएसटी काउंसिल के फैसलों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने छूट देने के समय को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि जब कोरोना से देश में हाय तौबा मची थी और सामान ब्लैक में मिल रहा था तब ये राहत दी जानी चाहिए थी, अब तो हालात सामान्य होने लगे हैं. हुड्डा ने कहा कि उनकी तरफ से कई बार ये छूट देने की मांग भी उठाई गई थी मगर पहले यह छूट नहीं दी गई. कई वस्तुओं की जमकर कालाबाजारी हुई.
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जीएसटी काउंसिल ने लिए थे ये फैसले
गौरतलब है कि जीएसटी काउंसिल की तरफ से हाल ही में एंबुलेंस पर पहले से लगे 28 प्रतिशत टैक्स को कम करके 12 प्रतिशत कर दिया गया है. जीएसटी पर छूट की सीमा से 31 अगस्त से बढ़ाकर 30 सितंबर कर दी गई. साथ ही विद्युत शवदाह गृह पर मौजूदा टैक्स को कम करते हुए उसमें 5 प्रतिशत कमी की गई. इसके अलावा तापमान मापक यंत्र पर भी टैक्स घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है.
तीसरी लहर को लेकर हुड्डा की सलाह
वहीं कोरोना की तीसरी लहर आने के सवाल पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि वे ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि कोरोना की तीसरी लहर ना आए क्योंकि ये बेहद खतरनाक बीमारी है. उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर अगर आती है तो सरकार को पहले से पूरी तैयारी करनी चाहिए. ताकि दूसरी लहर के जैसे हालात ना बनें और किसी चीज की कमी ना रहे.
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