चंडीगढ़: नेता प्रतिपक्ष और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चंडीगढ़ सेक्टर- 7 में सरकारी कोठी अलॉट की गई है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सेक्टर 7 की कोठी नंबर 70 अलॉट हुई है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कोठी नंबर 70 से पुराना कनेक्शन है.
हुड्डा को मिला सरकारी आवास
दरअसल, जो कोठी भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अलॉट हुई है, ये वहीं कोठी है जो 5 साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री होने पर हुड्डा को सरकार की ओर से की गई थी. उस वक्त नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस अलॉटमेंट को कैंसिल कर दिया था. भूपेंद्र सिंह हुड्डा अब नेता प्रतिपक्ष हैं और नेता प्रतिपक्ष होने के नाते भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नियम के अनुसार कैबिनेट मंत्री के समान तमाम सुविधाएं मिली हैं. जिसमें सरकारी गाड़ी, सिक्योरिटी और सरकारी कोठी हुड्डा को दी गई है.
हुड्डा का है कोठी से पुराना कनेक्शन
हुड्डा को जो सरकारी कोठी इस बार अलॉट हुई है. उस कोठी से भूपेंद्र सिंह हुड्डा का पांच साल का अनोखा कनेक्शन है. सेक्टर 7 की कोठी नंबर 70 एक बार फिर भूपेंद्र हुड्डा के नाम अलॉट हो गई है, लेकिन पिछली बार भूपेंद्र हुड्डा को इस कोठी में रहने का मौका नहीं मिला था. अब कुछ ही दिनों में वो यहां शिफ्ट हो सकते हैं.
हुड्डा का क्या कनेक्शन है कोठी से ?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा जब हरियाणा के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने एक घोषणा की थी. जिसके तहत प्रदेश के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को प्रदेश में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिए जाने और तमाम सुविधाएं देने की घोषणा की गई थी.
साल 2014 में की गई इस घोषणा के दायरे में तब दो ही पूर्व मुख्यमंत्री आते थे. एक चौधरी ओमप्रकाश चौटाला और दूसरे चौधरी हुकम सिंह, क्योंकि ओम प्रकाश चौटाला उस वक्त जेल में थे इसलिए वो ये सुविधाएं नहीं ले पाए. वहीं हुकम सिंह को तब सरकार ने कैबिनेट मंत्री वाली सभी सुविधाएं प्रदान की थी.
'हुड्डा ने किया भविष्य का जुगाड़'
इस दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा के इस नियम पर विपक्षी दलों ने खूब वार किया था. नेताओं का कहना था कि भूपेंद्र हुड्डा भविष्य में खुद का जुगाड़ कर रहे हैं, जब 2014 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा और बीजेपी सत्ता में आ गई तो भूपेंद्र हुड्डा भी मुख्यमंत्री से पूर्व मुख्यमंत्री हो गए.
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अपने बनाए ही नियम के तहत भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नई सरकार में कैबिनेट मंत्री जैसी तमाम सुविधाएं मिल गई और पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते चंडीगढ़, सेक्टर 7 स्थित कोठी नंबर 70 अलॉट हो गई.
नई सरकार ने कुछ दिन बाद ही पिछली सरकार के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा बनाया गया फैसला पलट दिया और भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सरकार की तरफ से कोई सुविधा नहीं मिल पाई. अब 2019 में वक्त ने थोड़ी करवट ली और भूपेंद्र सिंह हुड्डा नेता प्रतिपक्ष बनकर सरकार के सामने बैठे हैं और उन्हें वही कोठी मिली है, जो कभी उनको मिलकर भी नहीं मिल पाई थी.