चंडीगढ़: बरोदा उपचुनाव के प्रचार-प्रसार के आखिरी दिन सभी राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी. दो दिन बाद यानी तीन नवंबर को वोटिंग होगी. 10 नवंबर को इस चुनाव का परिणाम सामने आएगा. सभी बड़ी पार्टियों ने इस चुनाव में जीत के लिए पूरा जोर लगा दिया है. सूबे के सीएम मनोहर लाल लगातार बरोदा हल्के में कई सभाएं कर चुके हैं.
इस चुनाव को लेकर एक तरफ बीजेपी-जेजेपी गठबंधन और दूसरी तरफ कांग्रेस व इनेलो हैं. सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही हैं. बीजेपी-जेजेपी ने इस बार योगेश्वर दत्त को मैदान में उतारा है, तो वहीं कांग्रेस नया चेहरा इंदुराज नरवाल को इस चुनाव में आजमा रही है. इनेलो की तरफ से जोगेंद्र मलिक को अपना उम्मीदवार बनाया है.
बता दें कि इस चुनाव को लेकर बयानबाजी भी तेज हो गई है. यहां बीजेपी विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है तो वहीं कांग्रेस इस चुनाव को बेरोजगारी के मुद्दे पर लड़ रही है. चुनावी मैदान में योगेश्वर दत्त को छोड़कर सभी पार्टियों ने जाट उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. इस चुनाव को लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर ये बोलकर हमला कर रही है कि अपने 10 सालों में कांग्रेस ने यहां कुछ नहीं किया है, जबकि बीजेपी यहां लगातार विकास कार्यों को बढ़ावा दे रही है.
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सीएम मनोहर लाल ने प्रचार के दौरान चुनावी जनसभाओं में ये दावा किया कि बरोदा हलके का युवा योगेश्वर दत्त के साथ खड़ा है. वहीं इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि पिछले 16 साल से बरोदा हलके में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है. यहां तक उनकी बनाई सड़कों की मरम्मत तक नहीं कराई गई है.