चंडीगढ़: चुनावों में आचार संहिता की एक महत्तवपूर्ण जगह होती है, जिसके अंतरगत पूरी चुनावी प्रक्रिया पूरी की जाती है. ऐसे में चुनावी आचार संहिता लागू हो जाने के बाद सरकारों के काम काज पर भी इसका असर देखने को मिलता है. इसी के संदर्भ में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने रविवार की सुबह ट्वीट कर अपनी नाराजगी जाहिर की है.
इसके दिन सीमित किये जाने चाहिए । जहां चुनाव हो रहा हो केवल उस हल्के में नामंकन भरने से लेकर वोट डालने तक ही आचार संहिता लगनी चाहिए । नहीं तो हरियाणा में तो इस सारे साल कामों पर ब्रेक लग जायेगी ।
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— CHOWKIDAR ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) March 31, 2019इसके दिन सीमित किये जाने चाहिए । जहां चुनाव हो रहा हो केवल उस हल्के में नामंकन भरने से लेकर वोट डालने तक ही आचार संहिता लगनी चाहिए । नहीं तो हरियाणा में तो इस सारे साल कामों पर ब्रेक लग जायेगी ।
— CHOWKIDAR ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) March 31, 2019
अनिल विज ने कहा कि प्रदेश में लोकसभा चुनाव छठे दौर में होंगे, लेकिन सरकार के सारे काम अभी से रुक गए हैं. आगे उन्होंने लिखा कि इसी वर्ष विधान सभा चुनाव के कारण भी आचार संहिता लागू की जाएगी और फिर पंचायत चुनावों में भी. जिससे की प्रदेश के विकास में बाधा उतपन्न होगी.
आगे उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की कि इसके दिन सीमित किए जाने चाहिए, ताकि जहां चुनाव हो रहा हो केवल उस हल्के में नामंकन भरने से लेकर वोट डालने तक ही आचार संहिता लगनी चाहिए. वरना हरियाणा में तो सभी विकास कामों पर ब्रेक लग जाएगी. अब देखने वाली बात होगी की चुनाव आयोग इस पर क्या संज्ञान लेगा.