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रणदीप सुरजेवाला के बाद अब पुरानी SIT पर भी शिकंजा, अनिल विज ने दिए जांच के आदेश

गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि उन्हें जो शिकायत मिली है. उसे सुनने के बाद यही लग रहा है कि सुरजेवाला के खिलाफ जांच कर रही एसआईटी ने सही तरीके से काम नहीं किया, क्योंकि इस दौरान एक भी बार सुरजेवाला को पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया.

anil vij ordered an inquiry against old sit
गृहमंत्री अनिल विज
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Published : Dec 10, 2019, 2:01 PM IST

चंडीगढ़: कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के बाद उनके खिलाफ जांच करने वाली एसआईटी के अधिकारियों पक भी गाज गिर सकती है. गृहमंत्री अनिल विज ने डीजीपी को पत्र लिख जल्द से जल्द जांच के लिए नई एसआईटी का गठन करने और पुरानी एसआईटी के खिलाफ जांच करने के भी आदेश जारी किए हैं.

चंडीगढ़ में मीडिया से गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि उन्हें जो शिकायत मिली है. उसे सुनने के बाद यही लग रहा है कि सुरजेवाला के खिलाफ जांच कर रही एसआईटी ने सही तरीके से काम नहीं किया, क्योंकि इस दौरान एक भी बार सुरजेवाला को पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया.

क्लिक कर सुने क्या बोले अनिल विज ?

पुरानी एसआईटी ने नहीं की रणदीप सुरजेवाला से पूछताछ
अनिल विज ने कहा कि रणदीप सुरजेवाला दोषी है या नहीं ये तो जांच के बात ही साफ हो पाता, लेकिन उन्हें जांच प्रक्रिया में ही शामिल नहीं किया गया. पुरानी एसआईटी ने उन्हें एक बार भी पूछताछ के लिए नहीं बुलाया. जिससे साफ है कि पुरानी एसआईटी ने सही तरीके से काम नहीं किया.

गृहमंत्री अनिल विज ने डीजीपी को पत्र लिखा
गृहमंत्री ने कहा कि उन्होंने डीजीपी को पत्र लिखकर ना सिर्फ पुरानी एसआईटी से जांच वापस लेने की बात कही है, बल्कि नई एसआईटी का गठन कर दोबारा जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही ये भी कहा गया है कि पुरानी एसआईटी के खिलाफ भी जांच की जाए.

ये भी पढ़िए: AJL प्लॉट आवंटन मामला: ED कोर्ट में पेश हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा, 21 जनवरी को होगी अगली सुनवाई

रणदीप सुरजेवाला पर क्या है आरोप ?

बता दें कि बीते दिनों कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के खिलाफ गृहमंत्री अनिल विज के दरबार में शिकायत दाखिल की गई थी. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाए थे कि ऊर्जा मंत्री रहते हुए कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने करोड़ों रुपये का घोटाला किया.

शिकायतकर्ता अजय सिंह संधू ने आरोप लगाया कि मंत्री रहते हुए सुरजेवाला ने ना सिर्फ उसे गलत तरीके से टेंडर दिलवाया, बल्कि हरियाणा भर से करीब 4 हजार लाइनमैन और सहायक लाइनमैन की भर्ती ठेके पर उसे गलत तरीके से दिलवाई. भर्ती के लिए किसी से 5 तो किसी से 50 हजार रुपये तक की रिश्वत ली गई, लेकिन जब मामला खुला तो गाज सिर्फ शिकायतकर्ता पर गिरी और रणदीप सिंह सुरजेवाला बच गए.

चंडीगढ़: कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के बाद उनके खिलाफ जांच करने वाली एसआईटी के अधिकारियों पक भी गाज गिर सकती है. गृहमंत्री अनिल विज ने डीजीपी को पत्र लिख जल्द से जल्द जांच के लिए नई एसआईटी का गठन करने और पुरानी एसआईटी के खिलाफ जांच करने के भी आदेश जारी किए हैं.

चंडीगढ़ में मीडिया से गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि उन्हें जो शिकायत मिली है. उसे सुनने के बाद यही लग रहा है कि सुरजेवाला के खिलाफ जांच कर रही एसआईटी ने सही तरीके से काम नहीं किया, क्योंकि इस दौरान एक भी बार सुरजेवाला को पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया.

क्लिक कर सुने क्या बोले अनिल विज ?

पुरानी एसआईटी ने नहीं की रणदीप सुरजेवाला से पूछताछ
अनिल विज ने कहा कि रणदीप सुरजेवाला दोषी है या नहीं ये तो जांच के बात ही साफ हो पाता, लेकिन उन्हें जांच प्रक्रिया में ही शामिल नहीं किया गया. पुरानी एसआईटी ने उन्हें एक बार भी पूछताछ के लिए नहीं बुलाया. जिससे साफ है कि पुरानी एसआईटी ने सही तरीके से काम नहीं किया.

गृहमंत्री अनिल विज ने डीजीपी को पत्र लिखा
गृहमंत्री ने कहा कि उन्होंने डीजीपी को पत्र लिखकर ना सिर्फ पुरानी एसआईटी से जांच वापस लेने की बात कही है, बल्कि नई एसआईटी का गठन कर दोबारा जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही ये भी कहा गया है कि पुरानी एसआईटी के खिलाफ भी जांच की जाए.

ये भी पढ़िए: AJL प्लॉट आवंटन मामला: ED कोर्ट में पेश हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा, 21 जनवरी को होगी अगली सुनवाई

रणदीप सुरजेवाला पर क्या है आरोप ?

बता दें कि बीते दिनों कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के खिलाफ गृहमंत्री अनिल विज के दरबार में शिकायत दाखिल की गई थी. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाए थे कि ऊर्जा मंत्री रहते हुए कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने करोड़ों रुपये का घोटाला किया.

शिकायतकर्ता अजय सिंह संधू ने आरोप लगाया कि मंत्री रहते हुए सुरजेवाला ने ना सिर्फ उसे गलत तरीके से टेंडर दिलवाया, बल्कि हरियाणा भर से करीब 4 हजार लाइनमैन और सहायक लाइनमैन की भर्ती ठेके पर उसे गलत तरीके से दिलवाई. भर्ती के लिए किसी से 5 तो किसी से 50 हजार रुपये तक की रिश्वत ली गई, लेकिन जब मामला खुला तो गाज सिर्फ शिकायतकर्ता पर गिरी और रणदीप सिंह सुरजेवाला बच गए.

Intro:चंडीगढ़, पूर्व मंत्री रणदीप सुरजेवाला के साथ अब पूर्व की एस आई टी में रहे अधिकारियों के लिए परेशानी बढ़ सकती है। ग्रह मंत्री अनिल विज ने दावा किया किया है कि अगर पूर्व की एस आई टी में रहे अधिकारियों की किसी तरह की कोताही सामने आती है तो उन के खिलाफ सख्त सख्त कार्यवाई की जाएगी ।
Body:प्रदेश के ग्रह मंत्री अनिल विज ने शिकायत मिलने के बाद रणदीप सुरजेवाला के खिलाफ जांच करने के लिए एक नई एस आई टी गठित कर दी है और अब उन अधिकारियों की भी जांच करवाई जाएगी जिन ने पूर्व में रणदीप सुरजेवाला के खिलाफ मिली शिकायत में जांच की थी ।

Conclusion:कांग्रेसी नेता सुरजेवाला मामले को लेकर विज का कहना था की इस मामले में नए सिरे से एसआईटी बनाने के निर्देश जारी किये जा चुके है ताकि मामले की सही जांच हो सके | साथ ही पुरानी एसआईटी के अधिकारियों की जांच के निर्देश भी जारी कर दिये है कि उन्होंने सुरजेवाला को फेवर करने का काम तो नहीं किया अगर ऐसा हुआ तो उन अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्यवाई की जायेगी | क्योकि इस मामले में मेरे पास शिकायत आई थी कि सुरजेवाला ने बतौर मंत्री रहते हुए अपने पद का दुरूपयोग करते हुए शिकायतकर्ता इस शर्त पर प्रोजेक्ट का ठेका दिलवाया था कि इसमें सुरजेवाला के नजदीकी की भी 50 फीसदी भागीदारी होगी | मामले में शिकायत आने पर पहले एक एसआईटी बनी लेकिन उस एसआईटी ने सुरजेवाला को एक बार भी पूछताछ के लिये नहीं बुलाया | इतना ही नहीं शिकायतकर्ता पर ही पुलिस ने कई मामले दर्ज कर दिये  | विज का कहना था की मैंने इस मामले में विभाग से, डीजीपी से बात की उन्होंने माना की सुरजेवाला को नहीं बुलाया गया | जिसके चलते मामले में जस्टिस नहीं हुआ अब इस मामले में टाइम बाउंड जांच होगी ताकि इंसाफ हो सके और जो भी दोषी है उसके खिलाफ कार्यवाई हो सके | '


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