चंडीगढ़: हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम को देशद्रोही करार दिया है. उन्होंने कश्मीर के मुद्दे पर ट्वीट करते हुए लिखा कि पी. चिदंबरम भी कश्मीर के उन देशद्रोही नेताओं की पंक्ति में जाकर खड़े हो गए हैं. जो धारा 370 भारत के माथे पर लगा हुआ एक दाग था जिसको नरेंद्र मोदी ने साहस करके मिटा दिया उसको पुनः बहाल करने के सपने ले रहे हैं. देश को ऐसे नेताओं और उनकी पार्टी कांग्रेस को कभी माफ नहीं करना चाहिए.
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पी चिदंबरम भी कश्मीर के उन देशद्रौही नेताओं की पंक्ति में जाकर खड़े हो गये हैं जो धारा 370 जोकि भारत के माथे पर लगा हुआ एक दाग था जिसको नरेंद्र मोदी ने साहस करके मिटा दिया को पुनः बहाल करने के सपने ले रहे हैं । देश को ऐसे नेताओं व उनकी पार्टी कांग्रेस को कभी माफ नही करना चाहिए ।
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">पी चिदंबरम भी कश्मीर के उन देशद्रौही नेताओं की पंक्ति में जाकर खड़े हो गये हैं जो धारा 370 जोकि भारत के माथे पर लगा हुआ एक दाग था जिसको नरेंद्र मोदी ने साहस करके मिटा दिया को पुनः बहाल करने के सपने ले रहे हैं । देश को ऐसे नेताओं व उनकी पार्टी कांग्रेस को कभी माफ नही करना चाहिए ।
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) October 17, 2020पी चिदंबरम भी कश्मीर के उन देशद्रौही नेताओं की पंक्ति में जाकर खड़े हो गये हैं जो धारा 370 जोकि भारत के माथे पर लगा हुआ एक दाग था जिसको नरेंद्र मोदी ने साहस करके मिटा दिया को पुनः बहाल करने के सपने ले रहे हैं । देश को ऐसे नेताओं व उनकी पार्टी कांग्रेस को कभी माफ नही करना चाहिए ।
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पी. चिदंबरम पर क्यों बरसे विज
16 अक्टूबर को पी. चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा था कि जम्मू-कश्मीर में मुख्यधारा की क्षेत्रीय पार्टियों का जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के लोगों के अधिकारों को बहाल करने के लिए संवैधानिक लड़ाई लड़ने के लिए एक साथ आना एक ऐसा विकास है. जिसका भारत के सभी लोगों द्वारा स्वागत किया जाना चाहिए.
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जम्मू-कश्मीर की मुख्यधारा की क्षेत्रीय पार्टियों का जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के लोगों के अधिकारों को बहाल करने के लिए संवैधानिक लड़ाई लड़ने के लिए एक साथ आना एक ऐसा विकास है जिसका भारत के सभी लोगों द्वारा स्वागत किया जाना चाहिए।
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">जम्मू-कश्मीर की मुख्यधारा की क्षेत्रीय पार्टियों का जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के लोगों के अधिकारों को बहाल करने के लिए संवैधानिक लड़ाई लड़ने के लिए एक साथ आना एक ऐसा विकास है जिसका भारत के सभी लोगों द्वारा स्वागत किया जाना चाहिए।
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उन्होंने अगले ही ट्वीट में लिखा कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर के लोगों की स्थिति और अधिकारों की बहाली के लिए भी दृढ़ है. मोदी सरकार द्वारा 5 अगस्त, 2019 को लिए गए मनमाने और असंवैधानिक फैसलों को रद्द किया जाना चाहिए. उन्होंने लिखा कि केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यधारा के दलों और लोगों को अलगाववादी या राष्ट्र विरोधी के रूप में देखना बंद करना चाहिए.
फारूक अब्दुल्ला को भी बताया देशद्रोही
गृह मंत्री अनिल विज ने ट्वीट कर लिखा कि फारूक अब्दुल्ला के मुंह से बार-बार देशद्रोह की बात निकलती है. ये बात विज ने फारूक अब्दुल्ला के धारा 370 के मुद्दे पर दिए गए बयान पर कही.
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फारुख अब्दुल्ला के मुँह से बार - बार निकलती है देश द्रोह की बात ।
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">फारुख अब्दुल्ला के मुँह से बार - बार निकलती है देश द्रोह की बात ।
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फारूक अब्दुल्ला का विवादित बयान
दरअसल, बीते दिनों एक चैनल से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'जहां तक चीन का सवाल है मैंने कभी भी चीन के राष्ट्रपति को कश्मीर में नहीं बुलाया है. हमारे प्रधानमंत्री ने उन्हें गुजरात बुलाया था और उन्हें झूले पर भी बैठाया था. इसके बाद उन्हें चेन्नई भी ले गए थे. वहां भी उन्हें खूब खिलाया गया, लेकिन उन्हें ये सब पसंद नहीं आया. उन्होंने पीएम के सबकुछ करने के बाद भी कहा कि आर्टिकल 370 हटाया जाना उन्हें कबूल नहीं है. उन्होंने कहा कि आप जब तक आर्टिकल 370 को बहाल नहीं करेंगे तब तक हम रुकने वाले नहीं हैं.' फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अल्लाह करे कि चीन के इस जोर से हमारे लोगों को मदद मिले और अनुच्छेद 370 और 35A बहाल हो.
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