चंडीगढ़ः हरियाणा में लगातार बढ़ते प्रदूषण के स्तर ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है. जिसके चलते प्रशासन भी एक्शन मोड में आ गया है. शनिवार को देश भर में हरियाणा सबसे ज्यादा प्रदूषित राज्यों में से एक रहा.
सभी शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई. अधिकांश जिले गैस चैंबर बन गए. वहीं, हिसार देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में पहले स्थान पर रहा. हिसार में तो हालात, पर्यावरण इमरजेंसी जैसे हो गए हैं.
शनिवार को हिसार का AQI
हिसार का शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) पीएम-2.5 का स्तर 931 और पीएम-10 का स्तर 1035 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा. वहीं सरकारी वेबसाइट केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की साइट पर एक्यूआई 500 रहा. इसी तरह फतेहाबाद का भी एक्यूआई 500 रहा.
सरकारी वेबसाइट 500 एक्यूआई से अधिक के स्तर को नहीं दर्शाती है. स्थिति इतनी खराब रही कि दिन में दृश्यता 150 मीटर से भी कम हो गई. वातावरण में स्मॉग इतना गहरा रहा कि हरसैक की साइट आग वाले क्षेत्रों को भी नहीं देख पाई.
बाहर ही नहीं घरों में भी बूरा हाल
बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए जिला प्रशासन सतर्क हो चुका है. जिला प्रशासन द्वारा प्रदूषण को कम करने के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव करवाया जा रहा है. इसके लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. बच्चों के घर से बाहर नहीं खेलने की एडवाइजरी जारी की गई है.
लोगों का बाहर ही नहीं, घरों के अंदर और कार्यालयों में भी सांस लेना मुश्किल हो गया. आंखों में जलन होने के कारण लोग दिनभर आंखें मलते रहे. हालांकि, शाम को प्रदेश के कुछ जगहों पर बूंदाबांदी हुई, लेकिन वायु प्रदूषण से राहत नहीं मिली.
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आज हो सकती है हल्की बूंदाबांदी
एचएयू के कृषि मौसम विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एमएल खिचड़ के अनुसार रविवार को कहीं-कहीं आंशिक बूंदाबांदी हो सकती है. बूंदाबांदी के साथ उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलेंगी. इससे कुछ राहत मिलने के आसार हैं.
सोमवार से हवा की गति में आएगी तेजी
शनिवार को हरियाणा और दिल्ली पर पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखा. रोहतक, हिसार, बहादुरगढ़ आदि शहरों में बूंदाबांदी हुई. दोपहर बाद हवा की गति तेज हुई. शुक्रवार के 6 किमी प्रति घंटे की तुलना में शनिवार को ये 15 किमी प्रति घंटे रही.
मौसम विभाग के विशेषज्ञ बताते हैं कि पश्चिमी विक्षोभ का असर रविवार को खत्म हो जाएगा, लेकिन सोमवार से हवा की गति ज्यादा होगी. इससे प्रदूषण के स्तर में तेजी से गिरावट आने की संभावना है.
पराली जलाने के मामलों में गिरावट
बीते 24 घंटों में पराली जलाने के मामले तेजी से गिरे हैं. 31 अक्टूबर के 3178 मामलों की तुलना में इस दौरान सिर्फ 268 मामले रिकॉर्ड किए गए. शनिवार को दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं का हिस्सा तेजी से गिरा है. गुरुवार और शुक्रवार के 44 और 38 फीसदी की तुलना में शनिवार को 17 फीसदी हो गया. रविवार को इसके 12 फीसदी तक पहुंचने की उम्मीद है.
शनिवार रात 8:30 बजे तक सीपीसीबी के अनुसार एक्यूआई
- हिसार 499
- फतेहाबाद 499
- जींद 482
- गाजियाबाद 463
- दिल्ली 449
- नोएडा 444
- ग्रेटर नोएडा 431
- कैथल 412
- भिवानी 401
- फरीदाबाद 400
- पानीपत 399
- रोहतक 383
- अंबाला 390
- ग्रुरुग्राम 387
- कुरुक्षेत्र 396
- पलवल 380
- करनाल 361
- यमुनानगर 350
- मानेसर 334
- बल्लभगढ़ 380
- दारुहेड़ा 309