चंडीगढ़: बारिश के बाद एनसीआर के साथ ही हरियाणा के एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार देखने को मिल रहा था. लेकिन दीपावली के मौके पर फिर से दिल्ली समेत हरियाणा के शहरों का AQI बिगड़ गया. ज्यादातर जगह ये 300 के पार पहुंच गया. जिससे एक बार फिर लोगों को खराब हवा में सांस लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
सुप्रीम कोर्ट की पराली के मामले में संबंधित राज्यों को फटकार के बाद इसमें काफी कमी आई थी. जिससे लग रहा था कि सुप्रीम कोर्ट की फटकार का असर देखने को मिल रहा है. लेकिन दीपावली के धुएं के साथ ही हरियाणा में जलाने के आंकड़े में भी 12 और 13 नवंबर को वृद्धि देखने को मिली है. हालांकि इन दो दिनों में हरियाणा में पराली जाने के मामले कम दर्ज हुए हैं.
हरियाणा में 10 और ग्यारह नवंबर को पराली जलाने का आंकड़ा जीरो और 27 था. उसके बाद 12 और 13 नवंबर को इसमें वृद्धि देखने को मिली. हालांकि यह पंजाब के मुकाबले बहुत कम रहा. 12 नवंबर को हरियाणा में 110 तो वहीं 13 नवंबर को मात्र 44 पराली जलाने के मामले सामने आए. 15 सितंबर से 13 नवंबर तक के डाटा को देखें तो पंजाब में कुल पराली जलाने के 26341 मामले सामने आए वहीं हरियाणा में यह आंकड़ा 1857 रहा. उत्तर प्रदेश में 1982, दिल्ली 4, मध्य प्रदेश 8823 और राजस्थान में 1313 मामले दर्ज किए गए हैं.
अगर इसी अवधि में साल 2022 के आंकड़ों को देखें तो पंजाब में 45 हजार 319 मामले सामने आए थे. जिसमें इस साल चालीस फीसदी से ज्यादा की कमी देखने को मिल रही है. वहीं हरियाणा में बीते साल इसी अवधि में 3111 मामले दर्ज हुए थे. यहां भी तीस फीसदी से ज्यादा की कमी इस साल दर्ज की गई है.
ये भी पढ़ें- हरियाणा के इस जिले में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंचा, प्रशासन के तमाम दावे फेल