चंडीगढ़: इनेलो नेता अभय चौटाला ने अपने तीसरे चरण के बरोदा हलके का रविवार का दौरा रद्द कर दिया है. अभय चौटाला ने ये दौरा किसानों के समर्थन में रद्द किया है. अब ये दौरा 22 सितंबर को रखा गया है.
अभय चौटाला ने कहा है कि किसान अन्नदाता है, जो पूरे देश के लोगों का पेट भरता है और भाजपा सरकार उन्हीं के गले काटने पर तुली है. इनेलो पार्टी द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदेश के हर जिले में पार्टी पदाधिकारियों की जिम्मेवारी लगा दी गई है.
अभय चौटाला ने कहा है कि जब तक भाजपा सरकार किसानों पर लगे झूठे मुकदमे वापस नहीं लेती और इन तीनों अध्यादेशों पर रोक नहीं लगाती तब तक किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर ये लड़ाई जारी रहेगी.
ये भी पढे़ं- किसानों के प्रदर्शन पर गृह विभाग ने जारी किया अलर्ट, हाइवे को जाम से रोकने के आदेश
उन्होंने कहा कि इनेलो 24 सितंबर से पहले चरण में चौदह जिलों में धरना प्रदर्शन करेगी और उपायुक्त को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेगी. उन्होनें कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार प्रदेश को बर्बाद करने पर तुली है. प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है.
उन्होंने कहा कि इससे बड़ी विडंबना क्या होगी कि किसानों पर हुए लाठीचार्ज के बारे में सरकार के मंत्री एकमत नहीं हैं. एक मंत्री लाठीचार्ज पर जांच की मांग कर रहा है जबकि इसी सरकार के गृह मंत्री ने दोबारा से दोहराया है कि लाठीचार्ज हुआ ही नहीं, जांच किस बात की.
इनेलो नेता ने कहा कि देश में आज अगर कोई असली किसानों का नेता है तो वो सरदार प्रकाश सिंह बादल हैं. भाजपा सरकार में सहयोगी होते हुए भी उनके पुत्र सुखबीर बादल ने लोकसभा में इन अध्यादेशों का विरोध किया और हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.