चंडीगढ़: आज देश का 74वां गणतंत्र दिवस 2023 मनाया जा रहा है. दिल्ली के कर्तव्य पथ में देश की पहली नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने झंडारोहण कर तिरंगे को सलामी दी. इसके बाद प्रत्येक राज्यों ने अपने-अपने राज्य की झांकियों की प्रस्तुति दी. इसी क्रम में हरियाणा राज्य ने भी अपने प्रदेश की मुख्य धरोहर और ऐतिहासिक झांकी प्रस्तुत की.
हरियाणा की झांकी में महाभारत काल का वर्णन किया गया. इस झांकी में कुरुक्षेत्र को दिखाया गया है जिसमें भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन को श्रीमद्भगवद्गीता का उपदेश देते नजर आए. इसके साथ ही गुरु द्रोण को भी दर्शाया गया. बता दें कि कुरुक्षेत्र वही जगह है, जहां श्रीकृष्ण ने गीता का पाठ पढ़ाया था और आज वही गीता का श्लोक लोगों के जीवन में चरित्रतार्थ होता नजर आ रहा है. इस बार की झांकी की थीम अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की थीम पर रखी गई थी.
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की थीम की झांकी में भगवान कृष्ण का विराट स्वरूप देखने को मिला. बीते साल की झांकी की बात करें तो बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की थीम पर निकाली गई थी. इस थीम के माध्यम से बेटियों के समान अधिकार और उन्हें मनोभाव की दृष्टि से आगे बढ़ाना है. बता दें कि हरियाणा में यह पहली बार हुआ है जब यहां की झांकी को दूसरी बार प्रस्तुतिकरण का मौका मिला.
इस गणतंत्र दिवस पर पूरा देश तिरंगे के रंग में रंगा हुआ नजर आया. हरा सफेद और केसरिया ये तीनों ही रंग एक-दूसरे में समाहित होते नजर आए. वहीं, प्रकृति भी पूरे सबाब में नजर आई. गणतंत्र दिवस के साथ ही बसंत का भी माहौल इन रंगों में देखने को मिला.