चंडीगढ़: देश भर में कोरोना का कहर लगातार जारी है वहीं हरियाणा में भी लगातार मृतकों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. प्रदेश में लॉकडाउन लगा हुआ है, इस बीच कई विभाग हैं जो अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्हीं विभागों में से एक बिजली विभाग भी हर स्थिति में लोगों तक बिजली पहुंचाने का काम कर रहा है.
वहीं कोरोना की दूसरी लहर के बीच अभी तक बिजली विभाग के एक चीफ इंजीनियर समेत 43 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है. जबकि 900 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए हैं. मरने वाले कर्मचारियों, अधिकारियों में चीफ इंजीनियर, यूडी इंजीनियर, लाइनमेन और जेई शामिल हैं.
कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत में ही हरियाणा बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने बिजली कर्मचारियों को फ्रंटलाइन वर्कर्स में शामिल किए जाने की मांग की थी. जिसके बाद बिजली कर्मचारियों को फ्रंटलाइन वर्कर में शामिल करते हुए वैक्सीनेशन का काम शुरू किया गया था.
हरियाणा बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्यसचिव पीके दास ने बताया कि बिजली विभाग के कर्मचारी 24 घंटे सातों दिन काम पर रहते हैं जिसके चलते बिजली कर्मचारियों में काफी इंफेक्शन पाया गया था और कई कर्मचारियों की मौत भी हुई थी.
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उन्होंने कहा कि इस स्थिति को देखते हुए हमने सरकार से मांग की थी कि बिजली विभाग के कर्मचारियों को फ्रंटलाइन वर्कर्स में शामिल किया जाए. जिसके बाद बिजली विभाग के कर्मचारियों का वैक्सीनेशन भी किया गया.
पीके दास ने बताया कि इसके अलावा सभी कार्यालयों में सैनिटाइजेशन किया गया है. हमारी 4 कंपनियों में 35,000 के करीब कर्मचारी हैं जिनका वैक्सीनेशन शुरू कर दिया गया है. अभी तक 11,000 कर्मचारियों का वैक्सीनेशन हो चुका है. कोरोना के कारण जान गंवाने वाले कर्मचारियों को लेकर एक्सग्रेसिया की पॉलिसी को फॉलो किया जा रहा है.
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