चंडीगढ़: आखिरकार कोरोना वैक्सीन लोगों को लगाए जाने के लिए तैयार है. ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन कोविशील्ड को देश के अलग-अलग शहरों में पहुंचाया जा रहा है. इसी कड़ी में कोविशील्ड का एक लोट चंडीगढ़ भी पहुंच चुका है. चंडीगढ़ में भी 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का काम शुरू हो जाएगा. इसको लेकर हमारी टीम ने चंडीगढ़ की डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज डॉक्टर अमनदीप कंग से खास बातचीत की.
'पहले लौट में पहुंची 12000 डोज'
डॉक्टर अमनदीप सिंह ने बताया की मंगलवार को पहले लोट में हमारे पास वैक्सीन की 12000 डोज पहुंची हैं. जिन्हें 5400 लोगों को लगाया जाएगा. वैक्सीन सबसे पहले कोविड के मरीजों का इलाज कर रहे फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगाया जाएगी. वैक्सीन को सपोर्ट करने के लिए अस्पताल में एक कूलर लगाया गया है. जिसमें 2 से 8 डिग्री का टेंपरेचर रखा गया है. इतने टेंपरेचर में वैक्सीन सुरक्षित रहेगी.
वैक्सीनेशन को लेकर कैसी है तैयारियां?
डॉ. अमनदीप ने बताया की वैक्सीनेशन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. सभी तैयारियां सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार की गई हैं. जिसमें जो वार्ड तैयार किया गया है उसमें तीन हिस्से बनाए गए हैं. जिसमें वेटिंग रूम , वैक्सीनेशन रूम और ऑब्जरवेशन रूम बनाया गया है. इसके अलावा स्टोरेज के लिए व्यवस्था की गई है. चंडीगढ़ में आठ केंद्रों में वैक्सीनेशन का काम होगा. हर सेंटर के लिए डॉक्टर्स की टीम तैनात कर दी गई है. सभी टीमों की पिछले 1 हफ्ते से ट्रेनिंग करवाई जा रही है. सारी तैयारी पूरी हो चुकी है.
हर केंद्र में कितने लोगों को लगेगी कोरोना वैक्सीन?
उन्होंने बताया कि सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार एक सेंटर में प्रतिदिन 100 लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. इसके लिए 8 घंटे वैक्सीनेशन का काम चलेगा. इतनी देर में आराम से 100 लोगों को वैक्सीन दी जा सकती है. दिन में 100 से ज्यादा लोगों को व्यक्ति नहीं दी जाएगी.
'पूरी तरह से सुरक्षित है कोरोना वैक्सीन'
डॉक्टर ने बताया कि कोरोना वैक्सीन उतनी ही सुरक्षित है जितनी इस समय मौजूद दूसरी वैक्सीन सुरक्षित है। किसी भी व्यक्ति हमसे किसी व्यक्ति को थोड़े बहुत साइड इफेक्ट सामने आ सकते हैं। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। कोरोना वैक्सीन से भी अगर किसी को व्यक्ति को कोई साइड इफेक्ट होता है तो ज्यादा से ज्यादा उसे हल्का बुखार हो सकता है लेकिन इसमें घबराने की कोई बात नहीं है और इसकी संभावना भी बेहद कम है। अगर किसी के साथ ऐसा होता है तो वैक्सीन सेंटर द्वारा भेजे गए मैसेज में एक नंबर होता है जिस पर लोग फोन कर इस बारे में बात कर सकते हैं।
'वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं किया जाएगा किसी को बाध्य'
डॉ. अमनदीप ने कहा की वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ेगा. वैक्सीन लगवाने के लिए किसी को बाध्य नहीं किया जाएगा, लेकिन वैक्सीन सभी लोगों को लगवानी चाहिए. ये अपनी सुरक्षा के लिए है. जब हम 60 से 70 प्रतिशत जनसंख्या को वैक्सीन लगवा देंगे. तब उनके शरीर में एंटीबॉडी बन जाएगी और हम कोरोना के प्रसार को रोकने में कामयाब हो सकेंगे.
'वैक्सीन को लेकर ना फैलाएं अफवाहें'
उन्होंने कहा कि वैक्सीन को लेकर अफवाह नहीं फैलाई जानी चाहिए. वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और इसका किसी पर भी बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा. वैक्सीन का थोड़ा बहुत साइड इफेक्ट हो सकता है और उसकी संभावना भी बेहद कम है. इसलिए लोग ना तो अफवाहें फैलाएं और ना ही उन पर विश्वास करें.
उन्होंने कहा की कोरोना की वजह से हम सब पर बहुत असर पड़ा है. देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है. लोगों की जिंदगी पर बुरा असर पड़ा है. लोगों का रहन-सहन पूरी तरह से बदल चुका है. हम पहले की तरह रोजमर्रा के काम नहीं कर पा रहे हैं. अब ये सब ठीक होना चाहिए. लोग वैक्सीन को लेकर किसी तरह की अफवाह ना फैलाएं और कोरोना जैसे संकट को खत्म करने में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाएं.
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