चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 के लिए नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन सोमवार को था. इस दिन सूबे की 90 सीटों के लिए आए कुल 1846 नामांकनों में से 336 उम्मीदवारों ने नामांकन वापस लेकर चुनावी मैदान छोड़ दिया है. जबकि 342 प्रत्याशियों के पर्चें खामियों की वजह से रद्द कर दिए गए.
चुनावी मैदान में बचे सिर्फ 1168 उम्मीदवार
संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. इंद्रजीत सिंह ने बताया कि कुल 1846 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था. इनमें से 342 उम्मीदवारों का नामांकन कमियों की वजह से रद्द कर दिया गया. अब सिर्फ 1168 प्रत्याशी ही चुनावी मैदान में रह गए हैं. बता दें कि साल 2014 में उम्मीदवारों की संख्या 1351 थी.
बीजेपी 2 और कांग्रेस 1 बागी को मनाने में कामयाब हुई
वहीं अगर बात करें बागियों को मनाने की तो बीजेपी अपने सिर्फ 2 बागियों को मनाने में सफल रही. नारायणगढ़ से बीजेपी के बागी राकेश बिंदल और गुरुग्राम में विधायक उमेश अग्रवाल की पत्नी का नामांकन आखिरी दिन वापस लिया गया. अब भी रेवाड़ी विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास, नयनपाल रावत सहित 7 नेता अब भी बीजेपी से नाराज हैं और पार्टी के खिलाफ ही चुनावी ताल ठोक रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस सिर्फ बहादुरगढ़ में बागी राजेश जून को मना पाई. इसकेअलावा कांग्रेस के अब भी 15 बागी नेता निर्दलीय या दूसरी पार्टियों से चुनाव लड़ रहे हैं.
अंदर ही अंदर हो रही सेटिंग !
- पृथला में जेजेपी प्रत्याशी ने बीजेपी के बागी नयनपाल रावत को समर्थन दिया, जिससे बीजेपी के वोट कट सकें.
- अंबाला कैंट से जेजेपी उम्मीदवार ने बीजेपी के समर्थन में नामांकन वापस लिया.
- कांग्रेस के बागी पूर्व मंत्री निर्मल सिंह की बेटी को समर्थन देते हुए इनेलो प्रत्याशी ने अपना नाम वापस लिया.
- गढ़ी सांपला-किलोई में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थन में बीएसपी प्रत्याशी ने नामांकन वापस लिया.
कभी आमने-सामने चुनाव नहीं लड़ते देवीलाल परिवार के सदस्य, लेकिन क्यों ?
उम्मीदवार जिनके नामांकन रद्द हुए
फरीदाबाद से इनेलो उम्मीदवार सुमेश चंदीला, पलवल से बीएसपी के देंवेंद्र और तिगांव से आप के दिलीप कुमार का नामांकन कमियों की वजह से रद्द किया गया.