चंडीगढ़: पूरा देश चुनावी रंग में रंग चुका है. वहीं बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही अपने-अपने घोषणा पत्र भी जारी कर दिए हैं. यहां हम बात करेंगे बीजेपी के चुनावी मुद्दों के बारे में. बीजेपी के ये मुद्दे लगभग हर चुनाव से पहले घोषणा पत्र में शामिल किए जाते हैं.
राष्ट्रवाद - बीजेपी के संकल्प पत्र में राष्ट्रवाद के मद्दे को धार देने की कोशिश की गई. संकल्प पत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर कई बातें की गईं हैं. संकल्प पत्र में बीजेपी ने राष्ट्रवाद के प्रति प्रतिबद्धता जताई है. इसी सिलसिले में राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी थी, है और जब तक यह खत्म नहीं होगा, तब तक यह रहेगी. देश की सुरक्षा के साथ हमारी सरकार किसी भी सूरत में समझौता नहीं करेगी. सुरक्षा बलों को आतंकवादियों का सामना करने के लिए फ्री हैंड की नीति जारी रहेगी.
राम मंदिर- चुनाव के समय बीजेपी ने एक बार फिर से राम मंदिर मुद्दे को उठाया है. लेकिन इस दौरान बीजेपी ने अपने सबसे पुराने वादे राम मंदिर निर्माण को संकल्प पत्र के 40वें पेज पर जगह दी है. राम मंदिर के निर्माण की बात को बीजेपी ने महज 2 लाइन में सीमित कर दिया. जबकि एक दौर में इसी मुद्दे के जरिए बीजेपी 2 सीटों से बढ़कर 85 पर पहुंच गई थी और आज केंद्र और देश के आधे से ज्यादा राज्यों की सत्ता पर काबिज होकर दुनिया की सबसे बड़ा राजनीतिक दल बन गई है. राम मंदिर मुद्दे पर बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में कहा है, 'राम मंदिर पर भाजपा अपना वादा दोहराती है. संविधान के दायरे में रहकर अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए सभी संभावनाओं को तलाशा जाएगा और इसके लिए सभी आवश्यक प्रयास किए जाएंगे.'
धारा 370 - राजनाथ सिंह ने कहा कि बीजेपी जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाने को लेकर प्रतिबद्ध है. धारा 35ए जम्मू कश्मीर के गैर-स्थायी निवासियों और महिलाओं के खिलाफ है. राजनाथ सिंह ने धारा 370 को विकास में बाधा बताया.
तीन तलाक- बीजेपी के संकल्प पत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के साथ ही तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं के लिए न्याय सुनिश्चित करने का वादा भी किया गया है.