चंडीगढ़: पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जबसे चुनाव समन्वय समिति का अध्यक्ष बनाया गया. तबसे कुलदीप बिश्नोई पार्टी से खफा चल रहे हैं और कांग्रेस से दूरी बना ली है. इस बीच कुलदीप बिश्नोई के बड़े भाई चंद्रमोहन की राजनीति में सक्रियता बढ़ गई है. पिछले दिनों न सिर्फ चंद्रमोहन कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में शामिल हुए बल्कि उन्हें मंच से बोलने का मौका भी मिला.
कांग्रेस हाईकमान ने जहां चंद्रमोहन के कंधे पर हाथ रखा. वहीं परिवर्तन यात्रा का रूट भी बदल दिया. जो रथ यात्रा अंबाला के संसदीय क्षेत्र के शहजादपुर इलाके से निकलनी थी, वो चंद्रमोहन के पैतृक विधानसभा क्षेत्र रायपुररानी से निकालने का फैसला लिया गया. वहीं चंद्रमोहन के बेटे व कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सिद्धार्थ बिश्नोई इस रथ यात्रा के स्वागत की तैयारियां भी की.
कौन हैचंद्रमोहन बिश्नोई ?
- पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के बड़े बेटे हैं चंद्रमोहन बिश्नोई.
- कुलदीप बिश्नोई के बड़े भाई हैं.
- चंद्रमोहन कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में उप मुख्यमंत्री थे.
- चंद्रमोहन को अनुपस्थिति के आरोप में 2008 में पद से हटा दिया गया था.
- चंद्रमोहन कालका से चार बार विधायक भी रह चुके हैं.
अक्सर विवादों में रहे चंद्रमोहन बिश्नोई
- चंद्र मोहन उस वक्त विवादों में आए जब उनका नाम अनुराधा बाली से जोड़ा गया.
- इसके बाद दोनों ने इस्लाम कबूल कर शादी कर ली थी.
- जिसके बाद दोनों का नाम बदल गया और वो चांद मोहम्मद व फिजा हो गए.
- बाद में भजनलाल ने चंद्र मोहन को संपत्ति और राजनीतिक उत्तराधिकार से बेदखल कर दिया.
- भजनलाल ने संपत्ति चंद्र मोहन की पहली पत्नी और उनके बच्चों के नाम कर दी थी.
- चंद्र मोहन ने इसके एक साल बाद ही अनुराधा बाली उर्फ फिज़ा को छोड़ दिया और वापस आ गए.
- साल 2012 में अनुराधा की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी.
- 2018 में चंद्र मोहन के फिर से राजनीतिक रूप से सक्रिय होने की बात उठी पर उठ के रह गई.
- एक बार फिर 2019 लोकसभा चुनावों में चंद्रमोहन अपनsपांव जमाने में लगे हैं.