चंडीगढ़: 'सिटी ब्यूटीफुल' चंडीगढ़ अपने पंजाबी कल्चर के लिए मशहूर है. माना जाता है कि चंडीगढ़ का नाम 'चंडी का किला' से पड़ा है. चंडीगढ़ को फ्रांसीसी वास्तुकार ली कार्बूजियर ने डिजाइन किया था. चंडीगढ़ की सीट पर पहली बार 1967 में लोकसभा चुनाव हुआ था. इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में ही टक्कर होती आ रही है.
चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में कौन मारेगा बाजी? देखिए स्पेशल रिपोर्ट - loksabha election
ये है ईटीवी भारत की खास पेशकश 'चुनाव भारत का' जिसके जरिए हम आपको हरियाणा की हर लोकसभा सीट का लेखा जोखा बता रहे हैं. 19 मई को सातवें और आखिरी चरण में चंडीगढ़ की एकमात्र लोकसभा सीट पर मतदान होगा. इस स्पेशल रिपोर्ट में जानिए चंडीगढ़ लोकसभा सीट के बारे में.
चंडीगढ़: 'सिटी ब्यूटीफुल' चंडीगढ़ अपने पंजाबी कल्चर के लिए मशहूर है. माना जाता है कि चंडीगढ़ का नाम 'चंडी का किला' से पड़ा है. चंडीगढ़ को फ्रांसीसी वास्तुकार ली कार्बूजियर ने डिजाइन किया था. चंडीगढ़ की सीट पर पहली बार 1967 में लोकसभा चुनाव हुआ था. इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में ही टक्कर होती आ रही है.
चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में कौन मारेगा बाजी? देखिए स्पेशल रिपोर्ट
ये है ईटीवी भारत की खास पेशकश 'चुनाव भारत का' जिसके जरिए हम आपको हरियाणा की हर लोकसभा सीट का लेखा जोखा बता रहे हैं. 19 मई को सातवें और आखिरी चरण में चंडीगढ़ की एकमात्र लोकसभा सीट पर मतदान होगा. इस स्पेशल रिपोर्ट में चंडीगढ़ लोकसभा सीट के बारे में बात की जाएगी.
चंडीगढ़: 'सिटी ब्यूटीफुल' चंडीगढ़ अपने पंजाबी कल्चर के लिए मशहूर है. माना जाता है कि चंडीगढ़ का नाम 'चंडी का किला' से पड़ा है. चंडीगढ़ को फ्रांसीसी वास्तुकार ली कार्बूजियर ने डिजाइन किया था. चंडीगढ़ की सीट पर पहली बार 1967 में लोकसभा चुनाव हुआ था. तब बीजेपी के चांद गोयल ने बाजी मारी थी. इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में ही टक्कर होती आ रही है.
चंडीगढ़ केन्द्र शासित क्षेत्र होने के साथ-साथ पंजाब व हरियाणा की राजधानी भी है. 2019 में एक तरफ मौजूदा सांसद किरण खेर सीट बचाने में जुटी हैं. तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल पर बड़ा चुनावी दांव खेला है. राजनीतिक एक्सपर्ट का मानना है कि 2019 चंडीगढ़ लोकसभा चुनाव में जीत का अंतर नेताओं को चौंका देगा. फिलहाल चंडीगढ़ का जो सियासी माहौल है, उसे देखकर तो यही कहा जा सकता है कि भिड़ंत दिलचस्प होने वाली है. फैसला जनता जनार्दन को करना है. उससे पहले देखिए चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर ये स्पेशल रिपोर्ट-
Conclusion: