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HSSC के एफिडेविट में छूट के फैसले पर युवाओं ने ली राहत की सांस

हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन द्वारा हरियाणा में सरकारी भर्तियों के लिए मांगे गए एफिडेविट में छूट पर प्रदेश के युवाओं ने राहत की सांस ली है.

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Published : Jun 20, 2019, 11:39 PM IST

भिवानीः हरियाणा में सरकारी नौकरी के लिए मांगे जा रहे शपथ पत्र में मिली छूट के बाद से युवाओं ने राहत की सांस ली है. प्रशासन के इस फैसले को लेकर आवेदकों ने इस फैसले को सराहा है.

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सरकार द्वारा एफिडेविट पर तहसीलदार के हस्ताक्षर की बजाय आवेदक के खुद के हस्ताक्षर के फैसले पर आवेदकों ने कहा कि ये सरकार का एक अच्छा फैसला है. उन्होंने बताया कि तहसीलदार के हस्ताक्षर के लिए उन्हें लंबी लाइनों में लगने के साथ गर्मी से परेशान होना पड़ता था.

इतनी गर्मी में घंटो लाइनों में खड़े होने के बाद जाकर उन्हें एफिडेविट पर हस्ताक्षर मिलते थे, लेकिन अब स्वयं आवेदक एफिडेविट पर अपने हस्ताक्षर करके सेल्फ अटेस्टेड कर सकते हैं. इससे आवेदकों को को बहुत फायदा मिला है ऐसा होने से उनकी पढ़ाई पर भी कोई नुकसान नहीं होगा.

भिवानीः हरियाणा में सरकारी नौकरी के लिए मांगे जा रहे शपथ पत्र में मिली छूट के बाद से युवाओं ने राहत की सांस ली है. प्रशासन के इस फैसले को लेकर आवेदकों ने इस फैसले को सराहा है.

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सरकार द्वारा एफिडेविट पर तहसीलदार के हस्ताक्षर की बजाय आवेदक के खुद के हस्ताक्षर के फैसले पर आवेदकों ने कहा कि ये सरकार का एक अच्छा फैसला है. उन्होंने बताया कि तहसीलदार के हस्ताक्षर के लिए उन्हें लंबी लाइनों में लगने के साथ गर्मी से परेशान होना पड़ता था.

इतनी गर्मी में घंटो लाइनों में खड़े होने के बाद जाकर उन्हें एफिडेविट पर हस्ताक्षर मिलते थे, लेकिन अब स्वयं आवेदक एफिडेविट पर अपने हस्ताक्षर करके सेल्फ अटेस्टेड कर सकते हैं. इससे आवेदकों को को बहुत फायदा मिला है ऐसा होने से उनकी पढ़ाई पर भी कोई नुकसान नहीं होगा.

Intro:हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन द्वारा हरियाणा में सरकारी भर्तियों के लिए मांगे गए एफिडेविट जिस पर परिवार में सरकारी नौकरी है या नहीं है । इस पर तहसीलदार के हस्ताक्षर का होना जरूरी था , लेकिन अब सरकार ने यह फैसला वापस लिया है और कहा है कि आवेदक खुद अपने हस्ताक्षर करके एफिडेविट के साथ अपना फॉर्म अप्लाई कर सकता है ।


Body:सरकार द्वारा एफिडेविट पर तहसीलदार के हस्ताक्षर की बजाय आवेदक के खुद के हस्ताक्षर के फैसले पर आवेदकों ने कहा कि यह सरकार का एक अच्छा फैसला है । तहसीलदार के हस्ताक्षर के लिए उन्हें लंबी लाइनों और गर्मी से परेशान होना पड़ता था । 2 - 3 दिन लाइनों में लगे रहने के बाद एफिडेविट पर हस्ताक्षर मिलते थे , लेकिन अब स्वयं आवेदक एफिडेविट पर अपने हस्ताक्षर करके सेल्फ अटेस्टेड कर सकता है । इससे आवेदकों को को बहुत फायदा मिला है ऐसा होने से उनकी पढ़ाई पर भी कोई नुकसान नहीं होगा ।
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