भिवानी: भिवानी जिला दक्षिण हरियाणा के अंतिम छोर पर है. राजस्थान के साथ सटे इस जिले में नहरी पानी को लेकर बड़ी समस्या बनी हुई है. नहर के अंतिम टेल पर स्थित होने के चलते यहां पीने के पानी की समस्या बन गई है.
यही हालात खेती के लिए पानी को लेकर भी बने हुए हैं. हालांकि वर्तमान में हरियाणा प्रदेश के बजट में 21 प्रतिशत बजट खेती के लिए निर्धारित किया है जिसमें पानी के लिए भी व्यवस्थाओं की बात है.
भिवानी के सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार आज 15 मार्च को नहरों के माध्यम से भिवानी के जल घरों में पानी आना था, लेकिन अब पानी 18 मार्च को आएगा. गर्मी पड़नी शुरू हो गई है, ऐसे में जलघर सूखने की कगार पर हैं.
पानी की सप्लाई को लेकर एक दिन छोड़कर एक दिन का शेड्यूल विभाग द्वारा बनाया हुआ है. अब 40 दिन में सिर्फ 8 दिन पानी ही भिवानी जिले को मिल रहा है जबकि सुंदर ब्रांच, जुई ब्रांच नहरों के माध्यम से पहले 16 दिन पानी आता था.
भिवानी निवासियों का कहना है कि जिला प्रशासन व सरकार को भिवानी जिले में समुचित पानी की व्यवस्था करनी चाहिए. लोग भूमिगत पानी का प्रयोग करके अपना काम चला लेते थे. अब वह भी खारा हो गया है और भूमिगत जल भी पाताल में जा चुका है. जिले में नहरी पानी की डिमांड 2200 क्यूसिक की है जबकि मात्र 1821 क्यूसिक पानी मिल रहा है.
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